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Gensol Engineering Shares: यह सफाई भी नहीं आई काम, लगातार तीसरे दिन शेयर लोअर सर्किट पर

Gensol Engineering Shares: जेनसॉल इंजीनियरिंग के शेयरों ने निवेशकों को तगड़ा शॉक दिया है क्योंकि इसके भाव रिकॉर्ड हाई से एक चौथाई से अधिक नीचे आ चुके हैं। कंपनी ने रेटिंग एजेंसियों CARE और ICRA की रिपोर्ट पर अपनी सफाई दी लेकिन शेयर संभल नहीं पाए। आज लगातार तीसरे कारोबारी दिन इसमें लोअर सर्किट लगा है और इसके साथ ही आठ कारोबारी दिनों में शेयर 42% से अधिक टूट चुके है

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Mar 06, 2025 पर 4:09 PM
Gensol Engineering Shares: यह सफाई भी नहीं आई काम, लगातार तीसरे दिन शेयर लोअर सर्किट पर
Gensol Engineering Shares: सोलर एनर्जी सॉल्युशंस मुहैया कराने वाली जेनसॉल इंजीनयिरिंग के शेयरों में बिकवाली थम ही नहीं रही है। लगातार तीसरे कारोबारी दिन टूटकर यह लोअर सर्किट पर आया और इसके साथ ही आठ कारोबारी दिनों में शेयर 42 फीसदी से अधिक टूट चुके हैं।

Gensol Engineering Shares: सोलर एनर्जी सॉल्युशंस मुहैया कराने वाली जेनसॉल इंजीनयिरिंग के शेयरों में बिकवाली थम ही नहीं रही है। लगातार तीसरे कारोबारी दिन टूटकर यह लोअर सर्किट पर आया और इसके साथ ही आठ कारोबारी दिनों में शेयर 42 फीसदी से अधिक टूट चुके हैं। आज की बात करें को रेटिंग एजेंसी ICRA ने अपनी रिपोर्ट में जेनसॉल पर गलत तथ्य पेश करने का आरोप लगाया तो शेयरों पर दबाव और बढ़ गया। कंपनी की सफाई भी नहीं काम आई। 10 फीसदी टूटकर बीएसई पर यह 335.35 रुपये के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है।

क्या सफाई दी है Gensol Engineering ने?

कंपनी ने एक कारोबारी दिन पहले 5 फरवरी को स्टॉक मार्केट का कारोबार बंद होने के बाद एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि रेटिंग एजेंसियों CARE और ICRA ने शॉर्ट-टर्म लिक्विडिटी मिसमैच के चलते रेटिंग में कटौती की है लेकिन यह ग्राहकों के पेमेंट्स के जरिए सुधर रहा है। कंपनी ने कहा कि गलत तथ्य पेश करने के जो भी आरोप हैं, वह सही नहीं है और इस मामले को लेकर एक कमेटी बनाई जाएगी। कंपनी ने अपनी मजबूत स्थिति को दिखाने के लिए कारोबारी सेहत का भी हवाला दिया और कहा कि 7 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऑर्डर बुक रेवेन्यू को लेकर बेहतर आउटलुक दिखा रहा है।

इसके अलावा कंपनी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2025 के शुरुआती नौ महीने यानी कि अप्रैल-दिसंबर में रेवेन्यू 42% बढ़कर 1,056 करोड़ रुपये, नेट प्रॉफिट 34% बढ़कर 67 करोड़ रुपये और ऑपरेटिंग प्रॉफिट 89% बढ़कर 246 करोड़ रुपये पर पहुंच गए। इसके अलावा कंपनी ने अपने ऊपर कर्जों की भी जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि 315 करोड़ रुपये की 2997 ईवी और पूर्ण मालिकाना हक वाली सहायक कंपनी को 350 करोड़ रुपये में बेचने के बाद इसका कर्ज 665 करोड़ रुपये कम हो जाएगा और डेट-टू-इक्विटी रेश्यो गिरकर 0.8 पर आ जाएगा।

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