Gensol Engineering Shares: जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयर आज 13 मार्च को करीब 5 प्रतिशत गिरकर अपनी लोअर सर्किट सीमा में पहुंच गए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट इस खबर के बाद आई है कि जेनिथ मल्टी ट्रेडिंग डीएमसीसी (Zenith Multi Trading DMCC) के पास कंपनी की 1.5% हिस्सेदारी है। जेनिथ मल्टी ट्रेडिंग DMCC उन 13 FPIs में से एक है, जिनके जरिए दुबई में रहने वाला हवाला ऑपरेटर हरि शंकर टिबरेवाला, भारतीय कंपनियों में पैसा लगाता था।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बीते 8 मार्च को टिबरेवाला के एक सहयोगी, सूरज चोखानी को गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई के बाद से तमाम छोटी कंपनियों के शेयर और पेनी स्टॉक्स में घबराहट के साथ बिकवाली देखने को मिल रही है। इसमें जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर भी शामिल है।
जेनसोल इंजीनियरिंग ने 13 मार्च को एक नियामकीय फाइलिंग में बताया कि सितंबर 2022 से एक निष्क्रिय शेयरधारक जेनिथ ने, जेनसोल इंजीनियरिंग में 1.5% से कम हिस्सेदारी ली हुई और उसके पास न तो फैसला लेने का अधिकार है और न ही कंपनी की बिजनेस और कारोबारी रणनीतियों में कोई भागीदारी है। ED के अनुसार, टिबरेवाला बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में पैसा निवेश करके सट्टेबाजी से कमाए अवैध पैसों को वैध में बदल रहा था।
जेनसोल इंजीनियरिंग ने कहा कि उसने रेगुलेटरी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया है और नियामकीय अनुपालन में पारदर्शिता सुनिश्चित की है। जेनसोल इंजीनियरिंग ने कहा कि जेनिथ से संबंधित कोई भी घटना कंपनी के ग्रोथ या रणनीतिक नजरिए को प्रभावित नहीं करेगा।
जेनसोल इंजीनियरिंग ने कहा, "कंपनी अपने शेयरधारकों के निजी लेनदेन या कमर्शियल डील पर कोई नियंत्रण नहीं रखती है और न ही उन तक पहुंच रखती है। हमारे बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और एग्जिक्यूटिव टीम, कंपनी के कारोबार को आगे बढ़ाने और शेयरधारक की वैल्यू को सुरक्षित रखना जारी रखे हुए हैं।" जेनसोल इंजीनियरिंग ने आगे कहा कि उसके मुख्य बिजनेस से जुड़े फंडामेंटल्स मजबूत बने हुए हैं।
कारोबार के अंत में ेजेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर 5% गिरकर 829.45 रुपये के भाव पर बंद हुए।