शेयर बाजार और घरों की कीमतों में उछाल एक बुलबुला है, जो जल्द ही फटने वाला है और इसके बाद एक बड़ी आर्थिक मंदी आ सकती है। जाने-माने निवेशक और एसेट मैनेजमेंट फर्म GMO के को-फाउंडर, जेरेमी ग्रांथम ने (Jeremy Grantham) ने अपने एक हालिया लेख में ये चेतावनी दी है। उनका कहना है कि शेयर बाजार में भाग लेने वाले कुछ ज्यादा ही आशावादी बन गए हैं, जिसके चलते स्टॉक मार्केट और रियल एस्टेट सेक्टर में एक बुलबुल बन गया है। ग्राथंम अपनी बात को साबित करने के लिए 'शिलर प्राइस-टू-अर्निंग' जैसे संकेतकों का हवाला देता है, जो फिलहाल अपने सर्वकालिक उच्च-स्तर पर है और साल 2000 के डॉट-कॉम बुलबुले के दौरान देखे गए स्तर को भी पार कर गया है।
इसी तरह उन्होंने मध्यम होम प्राइस-टू-इनकम रेशियो का भी हवाला दिया, जो अपने रिकॉर्ड स्तर पर है और बताता है कि लोगों की आय की तुलना में घरों की कीमत काफी अधिक है।
ग्रांथम का कहना है फेडरल रिजर्व ने लंबे समय तक कम ब्याज दर की नीति को अपनाए रखा। इससे कर्ज लेना काफी सस्ता हो गया, जिसने संपत्ति की कीमत को बढ़ाकर एक बुलबुला बनाने में योगदान दिया है। उनका मानना है कि यह नीति अस्थिर है और अंत में ये शेयर बाजार और रियल एस्टेट सेक्टर में एक बड़े क्रैश का कारण बनेगी।
ग्रांथम ने भविष्यवाणी की है कि बाजार अगले एक या दो साल में सबसे खराब स्थिति में 50% तक गिर सकता है, जिससे एक बड़ी मंदी आ सकती है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यह मंदी पिछले वाले से अलग होगी, क्योंकि पिछली बार मंदी बिजनेस साइकल के चलते आई थी। जबकि इस बार यह एक बुलबुले के फूटने से आएगी।
उन्होंने कहा कि सबसे खराब स्थिति में S&P-500 इंडेक्स 2000 के स्तर तक गिर सकता है। वहीं अगर अमेरिका भाग्यशाली रहा, तो यह लगभग 3000 के स्तर पर रुक सकता है, जो मौजूदा स्तर से करीब 24% कम है।
ग्रांथम की ये चेतावनी ऐसे समय में आई है जब बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों के कारण शयेर बाजार पहले से ही अस्थिरता का सामना कर रहा है। हाल ही में अमेरिका से लगातार 3 बैंकों के डूबने की खबर आई है, जबकि यूरोप का एक बड़ा बैंक डूबने की कगार पर खड़ा है।