केंद्र सरकार हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) में अपनी 3.5 फीसदी अतिरिक्त हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। कंपनी ने बुधवार 22 मार्च को जारी एक बयान में यह जानकारी दी। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, भारत सरकार के स्वामित्व वाली एक एयरोस्पेस और डिफेंस कंपनी है। बयान के मुताबिक सरकार अपनी अतिरिक्त हिस्सेदारी को ऑफर-फॉर-सेल (OFS) मार्ग के जरिए बेचेगी। इस बिक्री की वैल्यू करीब 2,867 करोड़ रुपये होगा और सरकार ने इसके लिए 2,450 रुपये प्रति शेयर का न्यूनतम कीमत तय किया है। यह हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स के मौजूदा बाजार भाव से करीब 6.6 प्रतिशत कम है।
HAL के शेयर आज यानी बुधवार 22 मार्च को बीएसई पर 1.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,623 रुपये पर बंद हुए।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना के मुताबिक, सरकार ने अपने 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयरों की 1.75% हिस्सेदारी गैर-रिटेल निवेशकों को बेचने का प्रस्ताव रखा है। इश्यू के ओवरसब्क्राइब होने की स्थिति में 1.75% और हिस्सेदारी बेचने का भी विकल्प है। इस तरह कुल 3.5% फीसदी हिस्सेदारी बेची जा सकती है। यह बिक्री 23 और 24 मार्च को प्रस्तावित है।
सरकार ने इससे पहले 2020 में भी इस कंपनी में अपनी 15% हिस्सेदारी को OFS मार्ग के जरिए बेचा था। तब सरकार ने इन शेयरों को 1,001 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेचा था, जिससे उसे 5,000 करोड़ रुपये मिले थे। उस वक्त शेयरों के भाव को तत्कालिक बाजार भाव से 15 फीसदी नीचे रखा गया था।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), मार्च 2018 में शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी। भारत सरकार के पास इस कंपनी की करीब 75 फीसदी हिस्सेदारी है।
यह एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर की अग्रणी कंपनियों में से एक है। इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है। कंपनी की स्थापना 1940 में हुई थी। यह दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े एयरोस्पेस और डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में से एक है।