HDFC Bank Share Price: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) को मंजूरी की तारीख से एक वर्ष के भीतर एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (AU Small Finance Bank) में 9.5 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने की अनुमति दे दी है। यदि इस समय सीमा के भीतर अधिग्रहण को अंतिम रूप नहीं दिया जाता है, तो मंजूरी समाप्त हो जाएगी। एक रेगुलेटरी फाइलिंग में, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने कहा कि केंद्रीय बैंक का दिनांक 3 जनवरी, 2025 को जारी पत्र एचडीएफसी बैंक और उसकी ग्रुप कंपनियों को यह अनुमति देता है। उनकी ग्रुप कंपनियों में एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, एचडीएफसी पेंशन मैनेजमेंट, एचडीएफसी ईआरजीओ जनरल इंश्योरेंस और एचडीएफसी सिक्योरिटीज शामिल हैं। ये कंपनियां AU SFB की पेड अप शेयर कैपिटल या वोटिंग राइट्स का 9.5 प्रतिशत तक सामूहिक रूप से खरीदने के लिए मंजूरीप्राप्त हैं।
एचडीएफसी बैंक ने एक अलग घोषणा में बताया कि उसने कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) और कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक (Capital Small Finance Bank) में 9.5 प्रतिशत तक की कुल हिस्सेदारी हासिल करने के लिए आरबीआई की मंजूरी हासिल कर ली है। यह मंजूरी 2 जनवरी, 2026 तक वैध रहेगी।
हालांकि इस मंजूरी के तहत बैंक को यह सुनिश्चित करना होगा कि इन संस्थानों में उसकी ग्रुप कंपनियों का संयुक्त स्वामित्व किसी भी समय 9.5 प्रतिशत की सीमा से अधिक न हो। आरबीआई निर्देश 2023 निर्दिष्ट करता है कि "कुल होल्डिंग" में बैंक, उसके सहयोगियों, म्यूचुअल फंड, ट्रस्टी और प्रमोटर ग्रुप कंपनियों के स्वामित्व वाले शेयर शामिल होते हैं।
वहीं दूसरी तरफ एचडीएफसी बैंक का इन बैंकों में सीधे निवेश करने का इरादा नहीं है। लेकिन इसकी ग्रुप कंपनियों की सामूहिक हिस्सेदारी 5 प्रतिशत की सीमा को पार कर सकती है। इस वजह से बैंक ने अपनी निवेश सीमा बढ़ाने के लिए रेगुलेटर से मंजूरी मांगी है।
कल शुक्रवार 3 जनवरी को व्यापक आधार पर बिकवाली को देखते हुए, एचडीएफसी बैंक के शेयर 2.5 प्रतिशत फिसलकर 1,749 रुपये पर बंद हुए। मनीकंट्रोल के आंकड़ों से पता चलता है कि ट्रेडिंग वॉल्यूम भी अधिक रहा। कल करीब 1 करोड़ शेयरों में खरीद-फरोख्त हुई। ये आंकड़ा एक महीने और एक हफ्ते के औसत 94 लाख शेयरों से अधिक रहा।
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