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Adani Group के कर्जों पर SEBI एक्शन में, रेटिंग एजेंसियों से मांगी रिपोर्ट

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अदाणी ग्रुप की मुश्किलें अभी तक खत्म नहीं हुई हैं। अब सेबी ने क्रेडिट रेटिंग फर्मों से अदाणी ग्रुप के कंपनियों के सभी लोकल कर्जों और सिक्योरिटीज की रेटिंग्स की जानकारियां मांगी है। सेबी ने रेटिंग कंपनियों को आउटस्टैंडिंग रेटिंग्स, आउटलुक और अदाणी ग्रुप के अधिकारियों के साथ किसी चर्चा में संभावित अपडेट्स समेत पूरी जानकारी मांगी है। हालांकि सूत्र ने एक और अहम खुलासा किया है-

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Feb 22, 2023 पर 10:49 AM
Adani Group के कर्जों पर SEBI एक्शन में, रेटिंग एजेंसियों से मांगी रिपोर्ट
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया था जिससे अदाणी ग्रुप ने इनकार किया है। हालांकि इसका असर अदाणी ग्रुप के स्टॉक्स पर दिख रहा है और 78 फीसदी तक टूट चुके हैं।

अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आने के बाद से अदाणी ग्रुप की मुश्किलें अभी तक खत्म नहीं हुई हैं। बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने अब लोन की रेटिंग्स मंगाई है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सेबी ने क्रेडिट रेटिंग फर्मों से अदाणी ग्रुप के कंपनियों के सभी लोकल कर्जों और सिक्योरिटीज की रेटिंग्स की जानकारियां मांगी है। जानकारी के मुताबिक सेबी ने रेटिंग कंपनियों को आउटस्टैंडिंग रेटिंग्स, आउटलुक और अदाणी ग्रुप के अधिकारियों के साथ किसी चर्चा में संभावित अपडेट्स समेत पूरी जानकारी मांगी है। मनीकंट्रोल अपनी तरफ से सेबी के इस कदम की पुष्टि नहीं कर सकता है।

मांगी गई जानकारियों में अधिकतर पब्लिक डोमेन में होने का दावा

सूत्रों के मुताबिक सेबी संभवतः यह सुनिश्चित करना चाहती है कि अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में गिरावट के चलते इसकी कर्ज चुकाने की क्षमता और लिक्विडिटी पोजिशन में कोई दिक्कत तो नहीं आएगी। हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि इसमें से अधिकतर जानकारियां पहले से ही पब्लिक डोमेन में हैं। एक बैंकर के मुताबिक हिंडनबर्ग रिपोर्ट को जारी हुए लगभग एक महीने हो चुके हैं तो इसकी बजाय अब रेटिंग कंपनियां अदाणी ग्रुप के कंपनियों की रेटिंग के लिए इनके शेयरों के भाव या अन्य किसी डेवलपमेंट को पैरामीटर बनाएंगी।

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से सिर्फ एसएंडपी और मूडीज जैसी विदेशी रेटिंग एजेंसियों ने ही मार्केट कैप में गिरावट के चलते अदाणी की कुछ कंपनियों का आउटलुक स्टेबल से निगेटिव किया। वहीं भारतीय एजेंसियों का मानना है कि अदाणी ग्रुप अपने कुछ कैपिटल एक्सपेंडिचर को रिव्यू करेगा। इंडेक्स प्रोवाइडर FTSE Russell ने 18 फरवरी को एक प्रेस रिलीज में कहा था कि वह अदाणी ग्रुप के स्टॉक्स से जुड़ी जानकारियों की निगरानी कर रही है और इसके आधार पर किसी बदलाव पर आगे बढ़ा जाएगा।

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