Adani Group Debt : अदाणी ग्रुप ने 3 अरब डॉलर का कर्ज जुटाने की खबरों को खारिज कर दिया है। एक दिन पहले यानी 1 मार्च को आई खबर में दावा किया गया था कि मुश्किलों से जूझ रहे भारतीय समूह ने एक सॉवरेन वेल्थ फंड से 3 अरब डॉलर का लोन जुटा लिया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि अदाणी ग्रुप ने संभवतः मिडिल ईस्ट के एक सॉवरेन वेल्थ फंड से 3 अरब डॉलर का लोन जुटा लिया है। हालांकि, अभी आधिकारिक बयान का इंतजार है लेकिन ब्लूमबर्ग ने खबर दी है कि कंपनी ने साफ कर दिया है कि रॉयटर्स की रिपोर्ट सही नहीं है।
बीएसई ने मांगा स्पष्टीकरण
बीएसई (BSE) ने भी इस खबर के संबंध में अदाणी ग्रुप से स्पष्टीकरण मांगा है।
24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट जारी होने के बाद अभी अदाणी ग्रुप की कंपनियों की मार्केट वैल्यू 12 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा कम हो चुकी है। इस रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर स्टॉक में हेराफेरी और अकाउंटिंग फ्रॉड सहित तमाम आरोप लगाए गए थे।
उसके बाद से, गौतम अदाणी की अगुआई वाला समूह अपने कर्ज चुका रहा है, जिसे उसकी ‘कमबैक स्ट्रैटजी’ बताया जा रहा है।
क्रेडिट लाइन मिलने की थी खबर
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दो सूत्रों ने कहा कि सॉवरेन वेल्थ फंड से 3 अरब डॉलर की क्रेडिट लाइन का इंतजाम कर लिया है, जिसे आगे 5 अरब डॉलर तक बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने इस संबंध में एक मेमो का हवाला भी दिया, जो बुधवार को समाप्त हुए तीन दिवसीय इनवेस्टर रोडशो के प्रतिभागियों के बीच बांटा गया था। हालांकि, मेमो में सॉवरेन वेल्थ फंड की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है। एक दिन पहले ही अदाणी के प्रबंधन ने बॉन्डहोल्डर्स को बताया था कि उसके मार्च के अंत तक 69 करोड़ डॉलर से 79 करोड़ डॉलर के लोन को चुकाए जाने का अनुमान है।