Research & Ranking's के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर जसप्रीत सिंह अरोरा ने बाजार की आगे की चाल, दशा और दिशा पर मनीकंट्रोल के साथ एक लंबी बातचीत की। जसप्रीत सिंह अरोरा आईटी सेक्टर को लेकर काफी बुलिश हैं। उनका मानना है कि अगले 1-2 वर्ष में इस सेक्टर में जबरदस्त मांग बनी रहेगी।
उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि बाजार में ब्याज दरों में बढ़ोतरी जैसे एक्शनों के चलते गिरावट देखने को मिल रही है। वास्तव में मंदी का लक्षण नहीं है। उनका मानना है कि अगर बाजार में मंदी आती भी है तो यह काफी हल्की होगी और इसकी उम्र काफी कम होगी। इन स्थितियों को ध्यान में रखते हुए जसप्रीत सिंह अरोरा का कहना है कि वैल्यूएशन सस्ता होने के कारण इस समय मिडकैप आईटी कंपनियों की तुलना में लॉर्ज कैप आईटी कंपनियां निवेश के नजरिए से ज्यादा बेहतर नजर आ रही हैं।
आज के जमाने में कंपनियां अपने कारोबार के विस्तार, मजबूती और कारोबार को बनाए रखने में टेक्नोलॉजी के बढ़ते महत्व को खूब अच्छी तरह से समझती हैं। ऐसे में दुनियाभर की तमाम बड़ी कंपनियां आईटी पर होने वाले अपने खर्च को बढ़ाती नजर आएंगी। जिसका फायदा भारतीय आईटी कंपनियों को मिलेगा।
इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि इस समय ग्लोबल इकोनॉमी, बढ़ती महंगाई, जियोपॉलिटिकल तनाव और मंदी के डर के दौर से गुजर रही है। इसमें भी महंगाई सबसे बड़ा जोखिम नजर आ रहा है। ये निवेश को सबसे ज्यादा परेशान कर रही है। हमारा मानना है कि अगर रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का कोई समाधान नहीं भी होता है तो भी दुनिया इसके कारण पड़ने वाले निगेटिव प्रभाव से निपटने का कोई तरीका खोज लेगी।
बाजार में क्या हो रणनीति? इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस समय लंबे नजरिए से फंडामेंटली मजबूत स्टॉक्स पर नजर रखनी चाहिए। वर्तमान में वैल्यूएशन अच्छा नजर आ रहा है। ऐसे में अपनी निवेश राशि का 50 फीसदी अभी निवेश करने और बाकी पैसे किस्तों में 3-6 महीनों में निवेश करने की सलाह होगी। इस समय हमारी सलाह फंडामेंटल तौर पर मजबूत मिडकैप शेयरों की तरफ ध्यान देने की होगी।
इन सेक्टर्स में करें निवेश? इस सवाल का जवाब देते हुए जसप्रीत सिंह अरोरा ने आगे कहा कि बाजार में इस समय ई-मोबिलिटी, रिन्यूएबल एनर्जी, डिजिटाइजेशन, चाइना प्लस, पीएलआई आधारित कंपनियां निवेश के नजरिए से अच्छी दिख रही है।
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