IDBI Bank Shares : आईडीबीआई बैंक का शेयर सोमवार- 10 अक्टूबर को BSE पर इंट्राडे में 11% की दमदार रैली के साथ 47.40 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। खास बात यह रही कि बाजार में कमजोरी के बीच शेयर में तेजी देखने को मिल रही है। दरअसल, वित्त मंत्रालय ने लेंडर में स्ट्रैटजिक डिसइनवेस्टमेंट (strategic disinvestment) के लिए शुरुआती बिड्स मांगी हैं। सरकार की लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (LIC) के साथ मिलकर IDBI Bank की 60.7 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना है।
तीन महीने में 50% चढ़ा शेयर
सुबह 11 बजे IDBI Bank का शेयर 9.13 फीसदी मजबूत होकर 46.60 रुपये पर कारोबार कर रहा है, जबकि सेंसेक्स 1.17 फीसदी कमजोर होकर 57,517 अंक के आसपास बना हुआ है। पिछले तीन महीने में आईडीबीआई बैंक का मार्केट प्राइस लगभग 50 फीसदी बढ़ चुका है, जबकि बेंचमार्क इंडेक्स में 6 फीसदी की तेजी आई है।
16 दिसंबर तक जमा करना होगा ईओआई
बैंक ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, भारत सरकार और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) मिलकर IDBI Bank में कुल 60.72% हिस्सेदारी बेचेगी। सरकार 30.48% और LIC अपनी 30.24% स्टेक बेचेगी। हिस्सेदारी खरीदने की इच्छुक कंपनियों को 16 दिसंबर तक अपनी रुचि जाहिर करते हुए EOI जमा करना होगा। ये EOIs 180 दिन तक वैलिड होंगे। इन्हें अगले और 180 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है। उधर, DIPAM ने बीते शुक्रवार को ट्वीट करके कहा, "IDBI Bank में भारत सरकार और LIC की हिस्सेदारी बेचने और स्ट्रैटेजिक निवेश के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मंगाया है।"
सरकार के पास फिलहाल आईडीबीआई में 45.48 फीसदी और एलआईसी में 49.24 फीसदी हिस्सेदारी है।
ईओआई के मुताबिक, IDBI Bank के लिए बिड लगाने के लिए इलिजिबल एंटिटीज में प्राइवेट सेक्टर के बैंक, विदेशी बैंक, एनबीएफसी, सेबी में रजिस्टर्ड अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड्स (AIF) या भारत से बाहर स्थापित कोई अन्य फंड शामिल हैं। बिडर अकेले या एक कंसोर्टियम के रूप में ईओआई जमा कर सकते हैं।
आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक, सफल बिडर को 15 साल में इक्विटी घटाकर 26 फीसदी तक लानी होगी और एक्विजिशन की तारीख से शुरुआती पांच में 40 फीसदी इक्विटी कैपिटल लॉक रहेगी।