New age stocks : पिछले हफ्ते तीसरी तिमाही के नतीजे जारी होने के बाद न्यू-एज स्टॉक्स खासे सुर्खियों में हैं। इस बीच इनवेस्टर और ब्रांड स्ट्रैटजिस्ट साफिर आनंद (Safir Anand) का भी रुख हाल के प्रदर्शन के बाद न्यू एज कंपनियों पर बदल गया है। मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि शुरुआत में मुझे इन ओवरसब्सक्राइब आईपीओ और उनकी वैल्युएशन पर संदेह था। ये स्टॉक्स इश्यू प्राइस से 60-70 फीसदी तक टूट गए थे। आनंद ने कहा कि अब पिछले महीने मेरा रुख इन पर बदल गया है। उन्होंने कहा, “मैंने जोमैटो और पेटीएम के साथ ही नायका जैसी कुछ न्यू एज कंपनियों में निवेश किया है।”
इन सेक्टर्स में भी किया निवेश
आनंद ने कहा कि उन्होंने बैंकिंग, लॉजिस्टिक्स, डिफेंस, ट्रांसफॉर्मर्स जैसे सेक्टर्स में और कुछ मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स में भी निवेश किया है।
भले ही उन्होंने पहले पीएसयू बैंक स्टॉक्स में निवेश नहीं किया, लेकिन पिछले तीन साल से उनमें से कुछ के टर्नअराउंड और वैल्युएशन में सुधार के बाद उनमें निवेश कर रहे हैं।
तीसरी तिमाही के नतीजों से जुड़े सवाल पर आनंद ने कहा कि मैं लंबी अवधि के लिहाज से सेक्टर्स पर नजर रखता हूं। इनमें बैंकिंग, डिफेंस और लॉजिस्टिक्स जैसे सेक्टर शामिल हैं, जहां मैं कुछ साल से निवेश कर रहा हूं।
एसबीआई में किस लेवल पर की शुरुआत
पीएसयू बैंकों के प्रदर्शन पर साफिर आनंद ने कहा कि मैं पीएसूयू और प्राइवेट बैंकों में कोई अंतर नहीं करूंगा, क्योंकि मेरे पास दोनों हैं। हालांकि, मुझे उनके टर्नअराउंड से पहले उन पर संदेह था। मैंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को सबसे पहले 160-170 रुपये के लेवल पर खरीदा था। उन्होंने कहा, “जब भी मुझे गिरावट क्षणिक प्रतीत होती है तो मैं पैसे लगा देता हूं। वास्तव में, ज्यादातर पैसा पीएसयू बैंकों में लगा रहा हूं।”
न्यू एज कंपनियों पर पिछले महीने बदला रुख
न्यू एज कंपनियों पर आनंद ने कहा कि शुरुआत से ही मुझे इन पर खासा संदेह था। इतने ज्यादा ओवरसब्सक्रिप्शन और इतनी ज्यादा वैल्युएशन का कोई मतलब नहीं था। लेकिन पिछले पिछले महीने मेरा रुख इन पर बदला है और वास्तव में मैंने कुछ न्यू एज स्टॉक्स में खरीदारी की है। नायका, जोमैटो और पेटीएम में मुझे खासी संभावनाएं नजर आती हैं।