कारोबारी हफ्ते के पहले दिन बाजार में दायरे में कारोबार देखने को मिला। सेंसेक्स 306 अंक गिरकर 55766 पर और निफ्टी 88 अंक गिरकर 16631 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक की फ्लैट क्लोजिंग हुई है। वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में हल्की गिरावट रही है। सबसे ज्यादा खरीदारी मेटल, IT,PSE शेयरों में रही है। ऑटो, एनर्जी, फार्मा, इंफ्रा शेयरों पर दबाव रहा।
सेंसेक्स 306 अंक गिरकर 55766 पर बंद हुआ है। निफ्टी 88 अंक गिरकर 16631 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 13 अंक गिरकर 36,726 पर बंद हुआ है। मिडकैप 27 अंक गिरकर 29020 पर बंद हुआ है। निफ्टी के 50 में से 30 शेयरों में गिरावट रही। सेंसेक्स के 30 में से 18 शेयरों में दबाव रहा। निफ्टी बैंक के 12 में से 6 शेयरों में बढ़त रही। वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे मजबूत होकर 79.44 के स्तर पर बंद हुआ है।
कल कैसी रह सकती है बाजार की चाल
बाजार के लिए आने वाले महीने अच्छे होने के उम्मीद है। Helios India के CEO दिनशॉ इरानी (Dinshaw Irani) का मानना है कि सितंबर के बाद महंगाई कम होना शुरू हो जाएगी जिससे सेंटिमेंट सुधरेंगे। दिनशॉ इरानी की राय है कि घरेलू बाजार के लिए आगे के लिए अच्छे संकेत हैं। महंगाई अगस्त-सितंबर में चरम पर होगी। सितंबर के बाद महंगाई कम होनी शुरू हो जाएगी। इंफ्लेशन के बाद मार्केट का ट्रेंड अच्छा रहेगा। महंगाई में गिरावट से बाजार में निवेश बढ़ेगा। सितंबर के बाद भारत में FIIs की खरीद में तेजी का अनुमान है। महंगाई कम होने पर यूएस फेड ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। अमेरिकी में ब्याज दरें कम होने पर भारत को इमर्जिंग मार्केट होने से फायदा मिलेगा। दिनशॉ इरानी ने ये बातें सीएनबीसी-आवाज़ के साथ हुई बातचीत में कही हैं।
कोटक सिक्टोरिटीज के श्रीकांत चौहान का कहना है कि 27 जुलाई को होने वाली यूएस फेड की मीटिंग के पहले निवेशक सतर्क नजर आ रहे हैं। उम्मीद है कि यूएस फेड अपनी दरों में 75 बेसिस प्वाइंट की बढ़त कर सकता है। टेक्निकल नजरिए से देखें तो निफ्टी ने डेली चार्ट पर एक छोटा डोजी कैंडल बना लिया है जो बुल और बियर्स के बीच जोरदार रस्साकसी का संकेत है। ट्रेडर्स के लिए 16,600 का स्तर काफी अहम है। अगर निफ्टी इसके नीचे जाता है तो फिर ये गिरावट 16,500-16,475 की तरफ जा सकती है। वहीं, निफ्टी को तेजी पकड़ने के लिए 16,700 का स्तर पार करना होगा। अगर निफ्टी ये लेवल पार कर लेता है तो फिर इसमें हमें 16,780-16,850 का स्तर देखने को मिल सकता है।
शेयर खान के गौरव रत्नपारखी का कहना है कि पिछले तीन कारोबारी सत्रों से निफ्टी एक राइजिंग चैनल के ऊपरी छोर पर ट्रेडिंग कर रहा था। लेकिन अब ये नीचे की तरफ फिसलता नजर आ रहा है। ऐसे में आज बाजार 6 दिनों की तेजी के बाद निगेटिव जोन में बंद हुआ है। निफ्टी शॉर्ट टर्म कंसोलीडेशन के दौर में चला गया नजर आ रहा है। ऑवरली मोमेंटम इंडीकेटर एक निगेटिव डाइवर्जेंस दे रहा है। आने वाले सत्रों में हमें निफ्टी में 16,480-16,750 के रेंज में कंसोलीडेशन देखने को मिल सकता है।
LKP Securities के कुणाल शाह का कहना है कि यूएस फेड की मीटिंग के पहले निफ्टी में 16400-16800 के दायरे में कंसोलीडेशन देखने को मिल सकता है। बाजार में तेजी का ट्रेंड कायम है ऐसे में हमें गिरावट पर खरीद की रणनीति पर कायम रहना चाहिए।
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