Vedanta Share Price : पिछले दो दिनों में लगभग 13 फीसदी की मजबूती दर्ज करने वाले वेदांता लिमिटेड के शेयर पर उसके मैनेजमेंट की सफाई भारी पड़ी है। शुक्रवार, 16 सितंबर को कंपनी के शेयर 7 फीसदी की गिरावट के साथ 287 रुपये पर खुले और 10.30 बजे शेयर 6 फीसदी कमजोरी के साथ 295 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं।
दरअसल वेदांता लि. ने गुरुवार की शाम को एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि प्रस्तावित सेमीकंडक्टर बिजनेस उसके कंट्रोल में नहीं है और यह उसकी पूर्ण होल्डिंग कंपनी-वोल्कन इनवेस्टमेंट (Volcan Investments) के तहत आएगा।
स्टॉक एक्सचेंजेस के नोटिस पर दी सफाई
कंपनी ने दो दिन पहले कहा था कि वह फॉक्सकॉन के साथ मिलकर गुजरात में एक सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाएगी और दो साल के भीतर प्रोडक्ट बाजार में आ जाएंगे। इसके बाद उसे यह सफाई देनी पड़ी है। इस तरह की खबरें सामने आने के बाद स्टॉक एक्सचेंजेस ने वेदांता से स्पष्टीकरण मांगा था।
कंपनी ने 16 फरवरी को भी इसी तरह एक्सचेंज फाइलिंग में कहा था, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग का प्रस्तावित बिजनेस वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) के तहत नहीं है और हम समझते हैं कि यह होल्डिंग कंपनी के अधीन होगा।
हालांकि, 13 सितंबर की एक प्रेस रिलीज कहा गया, “वेदांता के पास जेवी की 60 फीसदी हिस्सेदारी होगी, वहीं फॉक्सकॉन के पास 40 फीसदी होगी। जेवी अगले दो साल में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की स्थापना देखेगी।” यह फरवरी के एक्सचेंज नोटिस के विपरीत नजर आता है।
चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने दिया था यह बयान
ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने सीएनबीसी टीवी-18 को दिए एक इंटरव्यू में यह कहकर भ्रम की स्थिति को और बढ़ा दिया कि जेवी के लिए फंडिंग लिस्टेड एंटिटी से होने जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वेदांता महाराष्ट्र में आईफोन का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने पर भी विचार कर रही है। इससे फिर से सवाल उठ रहा था कि क्या यह वेदांता लि. का है या वेदांता रिसोर्सेज का?