फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म HSBC को अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (Adani Ports and Special Economic Zone) के शेयर में तेजी आने का अनुमान है। इसे देखते हुए फर्म ने स्टॉक के लिए टारगेट प्राइस बढ़ाकर 1250 रुपये कर दिया है। 3 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट से अदाणी समूह (Adani Group) को हिंडनबर्ग मामले (Hindunberg Case) में राहत मिली थी। इसके बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में निवेशकों का भरोसा लौट आया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हिंडनबर्ग मामले में अदाणी समूह के खिलाफ दायर याचिकाएं खारिज कर दी हैं। कोर्ट ने इस मामले में अडानी समूह के खिलाफ मार्केट रेगुलेटर सेबी को अपनी लंबित जांच तीन महीने के भीतर पूरी करने को कहा है। साथ ही यह भी कहा है कि इस मामले में किसी और जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) या सीबीआई को आदेश देने का कोई आधार नहीं है।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अदाणी समूह पर शेयर मूल्य में हेराफेरी के आरोप लगाए गए थे। यह रिपोर्ट आने के बाद समूह की कंपनियों के मार्केट कैप में भारी गिरावट आई थी।
अदाणी पोर्ट्स से HSBC को क्या उम्मीद
अदाणी पोर्ट्स को लेकर HSBC ने कहा है कि कंपनी अकार्बनिक अवसरों के लिए अधिक ओपन हो सकती है और अपनी बैलेंस शीट मजबूत कर सकती है। FY2023-26E के लिए, HSBC विश्लेषकों को कंपनी के EBITDA के 17 प्रतिशत CAGR से बढ़ने की उम्मीद है। ROIC के भी FY23 के 13 प्रतिशत से बढ़कर FY26 में 17 प्रतिशत होने की उम्मीद है।
अदाणी पोर्ट्स के शेयरों में 4 जनवरी को तेजी दिखी। कंपनी का शेयर बीएसई पर पिछले बंद भाव से 2.3 प्रतिशत की तेजी के साथ 1118.95 रुपये पर खुला। दिन में यह करीब 3.5 प्रतिशत तक चढ़कर 1131.45 रुपये तक गया। ट्रेडिंग बंद होने पर शेयर 2.7 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1123.35 रुपये पर सेटल हुआ। अदाणी पोर्ट्स का मार्केट कैप वर्तमान में 2,42,237.98 करोड़ रुपये है।
5000 करोड़ जुटाने की तैयारी, बोर्ड में बड़े बदलाव
4 जनवरी को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में, अदाणी पोर्ट्स की ओर से कहा गया है कि बोर्ड ने एक या अधिक किस्तों में नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर के माध्यम से 5,000 करोड़ रुपये तक की धनराशि जुटाने की मंजूरी दे दी है। इसके अतिरिक्त अदाणी पोर्ट्स के मैनेजमेंट में बदलाव करते हुए कंपनी ने घोषणा की है कि चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम अदाणी को एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बनाया जाएगा। इसके अलावा कंपनी में वर्तमान होलटाइम डायरेक्टर और सीईओ करन अदाणी को मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में फिर से नामित करने के लिए बोर्ड की मंजूरी मिल गई है। अश्विनी गुप्ता को 3 साल की अवधि के लिए सीईओ और होल टाइम डायरेक्टर के रूप में नियुक्ति के लिए भी मंजूरी दी गई है।
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