HUL Share Price: एफएमसीजी सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड (Hindustan Unilever Ltd-HUL) के शेयर आज मुनाफावसूली के माहौल में फिसल गए। इसके शेयरों पर एक और वजह से दबाव बना है और वह ये है कि आज हिंदुस्तान यूनीलीवर का आइसक्रीम बिजनेस इससे अलग होने वाला है और कंबाइंड एंटिटी के तौर पर आज इसके स्टॉक्स के ट्रेडिंग का आखिरी दिन है। कल यानी शुक्रवार 5 दिसंबर को इसके शेयरों में काफी बड़ा एडजस्टमेंट देखने को मिल सकता है क्योंकि एक स्पेशल प्री-ओपन सेशन के बाद एचयूएल के शेयर बिना क्वालिटी वाल्स इंडिया (Kwality Wall's India) के बिजनेस के ट्रेड होंगे। अभी की बात करें तो फिलहाल एचयूएल के शेयर बीएसई पर 1.04% की गिरावट के साथ ₹2428.80 के भाव पर हैं। इंट्रा-डे में यह 1.28% टूटकर ₹2422.85 तक आ गया था।
HUL के शेयरहोल्डर्स को कितने शेयर मिलेंगे Kwality Wall's के?
हिंदुस्तान यूनीलीवर से इसका आइस्क्रीम बिजनेस क्वालिटी वाल्स इंडिया अलग होकर लिस्ट होने वाली है। इसकी रिकॉर्ड डेट 5 दिसंबर फिक्स की गई है। कंपनी ने जो तय किया है, उसके मुताबिक रिकॉर्ड डेट पर जिनके डीमैट खाते में एचयूएल के शेयर होंगे, उन्हें हर शेयर पर एक शेयर क्वालिटी वाल्स के एक शेयर मिलेंगे यानी कि इस डीमर्जर का एनटाइटलमेंट रेश्यो 1:1 फिक्स हुआ है।
क्या होगा रिकॉर्ड डेट को?
एचयूएल के डीमर्जर की रिकॉर्ड डेट 5 दिसंबर है। रिकॉर्ड डेट को दोनों एक्सचेंज बीएसई और एनएसई स्पिन-ऑफ के बाद एचयूएल के एडजस्टेड प्राइस का पता करने के लिए स्पेशल प्री-सेशन चलाएगी। एक बार प्राइस डिस्कवरी पूरी होने के बाद नया एफएंडओ कॉन्ट्रैक्ट्स पेश किया जाएगा। बता दें कि डेरिवेटिव्स सेगमेंट में एचयूएल के सभी मौजूदा एफएंडओ कॉन्ट्रैक्ट्स की आज एक्सपायरी है। इसके अलावा रिकॉर्ड डेट को इंडेक्स प्रोवाइडर्स को अस्थायी तौर पर एडजस्टमेंट्स करेंगे। एमएससीआई (MSCI) और एफटीएसई (FTSE) रिकॉर्ड डेट को डिस्कवर्ड प्राइस पर क्वालिटी वाल्स को जोड़ेगी और फिर जब इसकी ट्रेडिंग शुरू होगी तो इसे हटा देगी।
आज की बात करें तो रिकॉर्ड डेट से पहले निफ्टी और सेंसेक्स अपने मैकेनिज्म का इस्तेमाल कर क्वालिटी वाल्स को एचयूएल के साथ डमी स्टॉक के रूप में जोड़ेगी। इस डमी स्टॉक का भाव T-1 को एचयूएल के क्लोजिंग प्राइस और स्पेशल सेशन में डिस्कवर्ड प्राइस का अंतर होगा। अगर डिस्कवर्ड प्राइस पिछले कारोबारी दिन के क्लोजिंग प्राइस के बराबर या अधिक हो जाता है तो डमी स्टॉक तब तक जीरो रहेगा, जब तक क्वालिटी वाल्स लिस्ट नहीं हो जाता है। इसकी लिस्टिंग में एक महीने तक का समय लग सकता है।
बता दें कि लिस्टिंग के बाद इंडेक्सेज से हटाने से पहले नए स्टॉक पर एक्सचेंज नजर रखेंगे। एनएसई पर यदि लगातार दो कारोबारी दिनों तक यह अपर या लोअर सर्किट छूने से बचता है तो इसे हटा दिया जाएगा और अगर यह सर्किट छू देता है तो इसे कुछ और दिन तक रखा जा सकता है, जब तक कि लगातार दो स्थिर कारोबारी दिन न आ जाएं। बीएसई पर भी ऐसा ही प्रोसेस है, लेकिन इसमें लोअर सर्किट पर नजर रखी जाती है।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?
एचयूएल के शेयर 4 मार्च 2025 को ₹2136.00 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। इस निचले स्तर से यह छह महीने में 30.14% उछलकर 4 सितंबर 2025 को ₹2779.70 पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।