घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई डायरेक्ट (ICICI Direct) को साल 2024 में 6 सेक्टर्स से उम्मीदें है। उसने निवेशकों को इन सेक्टर्स की कंपनियों पर नजर रखने की सलाह दी है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि कॉरपोरेट आय में लगातार बढ़ोतरी, जीडीपी में मजबूत, कमोडिटी कीमतों में नरमी जारी रहने के संकेत और ग्लोबल लेवल पर ब्याज दरों में कटौती की संभावना के कारण 2024 में भी भारत का प्रदर्शन बाकी उभरते देशों के मुकाबले बेहतर रह सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 में प्राइवेट कैपेक्स में उछाल के संकेत, इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार की ओर से होने वाले अधिक खर्च, रिकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन और मार्जिन में बढ़ोतरी के चलते भारत का प्रदर्शन शानदार रहा था।
ICICI सिक्योरिटीज ने कहा कि 2024 में निवेशकों को कैपेक्स साइकल, सीमेंट, स्टील, ऑटो, बैंक और रियल एस्टेट सेक्टर्स या थीम पर नजर रखना चाहिए। वहीं इसने 2024 के लिए अपने पसंदीदा शेयरों की लिस्ट में UGRO कैपिटल, SBI कार्ड्स, NMDC, यूनो मिंडा, ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज, बिड़ला कॉर्पोरेशन और ग्रिंडवेल नॉर्टन को शामिल किया है।
रिपोर्ट बताती है कि सीमेंट कंपनियां FY23-27 के दौरान सालाना 35 मीट्रिक टन क्षमता जोड़ सकती है। जबकि FY17-22 के दौरान यह रफ्तार 20 मीट्रिक टन सालाना की थी। सरकारी खर्च और हाउसिंग सेगमेंट में बढ़ोतरी के कारण इस सेक्टर में 1.1 लाख करोड़ रुपये का नया निवेश भी देखने को मिल सकता है।
अगले 5 सालों में, स्टील सेक्टर की टॉप-5 कंपनियों के सालाना कैपिटल एक्सपेंडिचर दोगुना होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, यह इंडस्ट्री धीरे-धीरे ग्रीन स्टील के उत्पादन पर फोकस बढ़ा रही है और कम कार्बन उत्सर्जन की ओर भी बढ़ रही है।
कमर्शियल वाहनों के लिए यह साल अहम हो सकता है। इसकी बिक्री रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने का अनुमान है। रिपोर्ट के अनुसार, पैसेंजर व्हीकल (PV) और ट्रैक्टर की बिक्री पहले ही अपने कोरोना-पूर्व के स्तर को पार कर चुकी है। हालांकि टू्-व्हीलर सेगमेंट में कुछ चुनौतियां देखने को मिल रही है। फ्यूल एफिशियंसी और बीमा मानंदडों के कारण दोपहिया वाहनों की कीमतें हाल के साल में काफी बढ़ी हैं, जिसका असर बिक्री पर देखने को मिल रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में बैंकों के एडवांसेद, रिटर्न ऑन इक्विटी और शुद्ध लाभ में लगातार सुधार देखा गया है। इसके चलके बैंकिंग सेक्टर अच्छी स्थिति में है। बैड लोन में भी गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2024 में NPA के लिए प्रोविजनिंग 2.4 फीसदी था, जो वित्त वर्ष 2023 में घटकर 1.1 प्रतिशत पर आ गया है।
पिछले कुछ सालों में रियल एस्टेट की बिक्री में जोरदार उछाल देखा गया है। ICICI डायरेक्ट के मुताबिक, यह इंडस्ट्री के औपचारिक होने और प्रति व्यक्ति आय में इजाफे के कारण हुआ है। ब्रोकरेज को 2024 में भी मांग जारी रहने की उम्मीद है।