बाजार की हालिया उतार-चढ़ाव पर उन्होंने कहा कि मार्केट कैप का जियोपॉलिटिकल तनाव से कोई खास संबंध नहीं होता। लॉर्ज, मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स का चुनाव निवेशकों के निवेश अवधि पर ज्यादा निर्भर होता है। सामान्य तौर पर स्मॉलकैप में 7 साल से ज्यादा की अवधि को ध्यान में रखकर निवेश करना चाहिए। वहीं मिडकैप में 5-7 साल की अवधि सबसे बेहतर रिटर्न देने जाने वाली मानी जाती है जबकि लॉर्जकैप में 3-5 साल की निवेश अवधि काफी अच्छी मानी जाती है। लेकिन बाजार के ज्यादा वॉलेटाइल होने की स्थिति में लॉर्जकैप शेयरों पर ज्यादा फोकस करना चाहिए क्योंकि सामान्य तौर पर भारी उतार-चढ़ाव की स्थिति में इनमें कम गिरावट देखने को मिलती है। पिछले साल मिड और स्मॉलकैप ने लॉर्जकैप की तुलना में दोगुना रिटर्न दिया है ऐसे में अगर किसी निवेशक की निवेश अवधि 5 -10 साल की नहीं है तो उसको लॉर्ज कैप में निवेश करना चाहिए।