Independence day special : स्वदेशी का संकल्प, डिफेंस सेक्टर का हुआ कायाकल्प

Independence day 2025 : 2030 तक 3 लाख करोड़ रुपए का डिफेंस प्रोडक्शन करने का लक्ष्य है। इसमें से 50000 करोड़ रुपए के निर्यात का टारेगट है। भारत के हथियार दुनियाभर में असरदार साबित हुए हैं। आकाश, ब्रह्मोस, तेजस और पिनाका का डंका बज रहा है। भारत डिफेंस एक्सपोर्ट लगातार बढ़ रहा है। FY14 में 700 करोड़ रुपए का डिफेंस एक्सपोर्ट हुआ था

अपडेटेड Aug 14, 2025 पर 3:49 PM
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Defense Stocks : मझगांव डॉक ने 5 साल में 3100 फीसदी रिटर्न दिया है। वहीं, सोलर इंडस्ट्रीज ने इस अवधि में 1400 फीसदी तेजी दिखाी है

Independence day 2025 : प्रधानमंत्री मोदी कल यानी 15 अगस्त को लगातार बारहवीं बार लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इस स्वतंत्रता दिवस समारोह की एक खास थीम है 'नया भारत'। इस समारोह के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष जोर रहने वाला है। प्रधानमंत्री मोदी आत्मनिर्भरता और रोजगार बढ़ाने के लिए खास पहले का ऐलान कर सकते हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने भारतीय डिफेंस और उसके स्वदेशी हथियारों की ताकत देखी है। पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह से डिफेंस का कायाकल्प हुआ वह काबिले तारीफ है। आइए समझते हैं भारतीय डिफेंस की बिग पिक्चर।

ऑपरेशन सिंदूर: स्वदेशी हथियार बड़े असरदार

ऑपरेशन सिंदूर में स्वदेशी हथियार बड़े असरदार साबित हुए हैं। इसमें एयर डिफेंस सिस्टम आकाश, नागास्त्र-1 सुसाइड ड्रोन , स्काईस्ट्राइकर ड्रोन, एंटी-ड्रोन डी-4 सिस्टम और ब्रह्मोस मिसाइल ने बड़ी भूमिका निभाई है।


भारत का शक्ति प्रदर्शन: डिफेंस बजट

भारत के डिफेंस बजट में लगातार इजाफा देखने को मिला है। 2013–14 में यह 2.53 लाख करोड़ रुपए रहा था। वहीं, 2025–26 में यह बढ़कर 6.81 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। स्वदेशी के संकल्प ने भी डिफेंस सेक्टर का कायाकल्प कर दिया है। 2025 में डिफेंस से जुड़े कुल 193 ऑर्डर दिए गए थे। इनकी कुल वैल्यू 2.1 लाख करोड़ रुपए थी। इसमें से 90 फीसदी खरीदारी घरेलू कंपनियों से की गई। इस समय डिफेंस से जुड़े 65 फीसदी सामान घरेलू कंपनियों से खरीदे जा रहे है। 4666 चीजों के एक्सपोर्ट के लिहाज से निगेटिव लिस्ट में डाला गया है।

स्वदेशी का संकल्प, डिफेंस का कायाकल्प

2030 तक 3 लाख करोड़ रुपए का डिफेंस प्रोडक्शन करने का लक्ष्य है। इसमें से 50000 करोड़ रुपए के निर्यात का टारेगट है। भारत के हथियार दुनियाभर में असरदार साबित हुए हैं। आकाश, ब्रह्मोस, तेजस और पिनाका का डंका बज रहा है। भारत डिफेंस एक्सपोर्ट लगातार बढ़ रहा है। FY14 में 700 करोड़ रुपए का डिफेंस एक्सपोर्ट हुआ था। वहीं, FY25 में ये आंकड़ा 24000 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। अवधि में कंपनी के डिफेंस एक्सपोर्ट में 34 गुने की बढ़त हुई।

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डिफेंस कंपनियों का देखो दम

वित्त वर्ष 2026 की ऑर्डरबुक पर नजर डालें तो HAL के पास 2.5 लाख करोड़ रुपए के ऑर्डर हैं। वहीं, BEL के पास 72000 करोड़ रुपए के, मझगांव डॉक के पास 32200 करोड़ रुपए के, कोचीन शिपयॉर्ड के पास 22500 करोड़ रुपए के और गार्डन रीच के पास 22680 करोड़ रुपए के ऑर्डर हैं।

डिफेंस कंपनियां: विस्फोटक प्रदर्शन

डिफेंस कंपनियों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो मझगांव डॉक ने 5 साल में 3100 फीसदी रिटर्न दिया है। वहीं, सोलर इंडस्ट्रीज ने इस अवधि में 1400 फीसदी,गार्डन रीच ने 1100 फीसदी, BEL ने 900 फीसदी, कोचीन शिपयार्ड ने 900 फीसदी, एस्ट्रा माइक्रो ने 700 फीसदी, BDL ने 600 फीसदी और HAL ने 600 फीसदी रिटर्न दिया है।

MoneyControl News

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First Published: Aug 14, 2025 3:49 PM

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