Indian Emulsifier IPO Listing: पहले ही दिन निवेश तीन गुना, केमिकल कंपनी ने ताबड़तोड़ भरी निवेशकों की झोली

Indian Emulsifier IPO Listing: इंडियन एमल्सिफायर एस्टर्स, एम्फोटेरिक्स, फॉस्फेट एस्टर्स, एमोडाजोलिन्स, वैक्स एमल्सन्स, एसएमओ और पिब्सा एमल्सफायर्स जैसे स्पेशल्टी केमिकल्स बनाती है। इसके आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और अब आज शेयरों की NSE SME पर एंट्री हुई। आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर जारी हुए हैं। चेक करें कंपनी की कारोबारी सेहत और आईपीओ के पैसों का कैसे इस्तेमाल होगा?

अपडेटेड May 22, 2024 पर 5:03 PM
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Indian Emulsifier IPO Listing: इंडियन एमल्सिफायर का ₹42.39 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 13-16 मई तक खुला था। आज इसके शेयरों की लिस्टिंग हुई है।

Indian Emulsifier IPO Listing: स्पेशल्टी केमिकल्स इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी  इंडियन एमल्सिफायर (Indian Emulsifier) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 460 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 132 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 430.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 225.76 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Indian Emulsifier Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर 451.50 रुपये (Indian Emulsifier Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि आईपीओ निवेशक अब 242 फीसदी मुनाफे में हैं।

Indian Emulsifier IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस

इंडियन एमल्सिफायर का ₹42.39 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 13-16 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 460.07 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 175.95 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 779.63 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 484.66 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 32.11 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल प्लांट एंड मशीनरी, सिविल वर्क और इंस्टॉलेशन के साथ-साथ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।


Indian Emulsifier के बारे में

दिसंबर 2020 में बनी इंडियन एमल्सिफायर एस्टर्स, एम्फोटेरिक्स, फॉस्फेट एस्टर्स, एमोडाजोलिन्स, वैक्स एमल्सन्स, एसएमओ और पिब्सा एमल्सफायर्स जैसे स्पेशल्टी केमिकल्स बनाती है। इसके प्रोडक्ट्स की सप्लाई माइनिंग, टेक्सटाइल, क्लीनिंग, पीवीसी/रबर, पर्सनल केयर, फूड जैसी इंडस्ट्रीज को होती है। कंपनी के एक मैनुफैक्चरिंग प्लांट महाराष्ट्र के रत्नागिरी में है तो रायगढ़ और रत्नागिरि में दो वेयरहाउसेज हैं।

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में इसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 8936 फीसदी उछलकर 3.89 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 133 फीसदी उछलकर 41.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो शुरुआती 9 महीने अप्रैल-दिसंबर 2023 में इसे 6.75 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 48.70 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ।

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