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IndiGo Share Price: सेंटिमेंट बिगड़ने से 8% गिरा इंडिगो का शेयर, ब्रोकरेज ने घटाया प्राइस टारगेट

IndiGo Share Price: इंडिगो ने कैंसिल हुईं या अत्यधिक देरी से चली उड़ानों के लिए अब तक 610 करोड़ रुपये के रिफंड की प्रक्रिया पूरी कर ली है। UBS ने इंडिगो के शेयर के लिए 'बाय' रेटिंग दी है, प्राइस टारगेट घटाकर ₹6350 कर दिया है

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Dec 08, 2025 पर 4:34 PM
IndiGo Share Price: सेंटिमेंट बिगड़ने से 8% गिरा इंडिगो का शेयर, ब्रोकरेज ने घटाया प्राइस टारगेट
कई ब्रोकरेज ने एयरलाइन पर ऑपरेशनल प्रेशर और कॉस्ट प्रेशर बढ़ने की बात कही है।

इंडिगो की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों में 8 दिसंबर को दिन में 10 प्रतिशत तक की गिरावट दिखी। BSE पर शेयर 4842.20 रुपये के लो तक गया। कारोबार खत्म होने पर शेयर 8 प्रतिशत गिरावट के साथ 4926.55 रुपये पर सेटल हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 1.90 लाख करोड़ रुपये है। इंडिगो की फ्लाइट्स में पिछले 7 दिनों से चल रही दिक्कतों से हजारों यात्रियों को भारी परेशानी हुई है। इसके चलते शेयर को लेकर सेंटिमेंट बिगड़ा है। कई ब्रोकरेज ने एयरलाइन पर ऑपरेशनल प्रेशर और कॉस्ट प्रेशर बढ़ने की बात कही है।

इनवेस्टेक ने स्टॉक पर 'सेल' रेटिंग बनाए रखी है और प्राइस टारगेट ₹4040 रखा है। ब्रोकरेज ने चेतावनी दी है कि FY26 की पहली छमाही में कंपनी के कमजोर प्रदर्शन के बाद तीसरी तिमाही यानि अक्टूबर-दिसंबर 2025 में मजबूत रिकवरी की उम्मीदें कम हो रही हैं। ब्रोकरेज ने कहा कि एविएशन टर्बाइन फ्यूल की कीमतें तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 6% बढ़ी हैं। रुपया गिरकर 90 प्रति डॉलर के नए निचले स्तर को छू चुका है। इससे एयरलाइन पर लागत का बोझ बढ़ गया है। हाल ही में बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसिल होने ने कमाई में सुधार की उम्मीदों को और कम कर दिया है।

पिछले लगातार 7 दिनों से इंडिगो की फ्लाइट बड़े पैमाने पर कैंसिल या रीशेड्यूल हुई हैं। इसके पीछे मुख्य वजह रिवाइज्ड फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन नियम हैं। हालांकि अब डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने इन नियमों में थोड़ी ढील दी है।

प्रति प्लेन लगभग 20% अधिक पायलटों की पड़ सकती है जरूरत

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