Infollion Research IPO Listing: सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट्स मुहैया कराने वाली दिग्गज कंपनी इनफोलियन रिसर्च सर्विसेज के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में शानदार एंट्री हुई। आईपीओ निवेशकों को इसके शेयर 82 रुपये के भाव पर जारी हुए थे और अब एनएसई एसएमई (NSE-SME) पर इसकी एंट्री 209 रुपये पर हुई यानी कि 155 फीसदी का लिस्टिंग गेन मिला। दिन के आखिरी में आज यह 198.55 रुपये (Infollion Research Services Share Price) पर बंद हुआ है। इसके आईपीओ को भी तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह इश्यू 259.71 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस इश्यू के तहत नए शेयर भी जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल के तहत भी शेयर जारी हुए हैं।
Infollion Research IPO को मिला था शानदार रिस्पांस
इनफोलियन रिसर्च का 21 करोड़ रुपये का आईपीओ 29-31 मई तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इश्यू के तहत 82 रुपये के भाव पर 22.24 लाख नए इक्विटी शेयर जारी हुए हैं। वहीं 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 3.92 लाख शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बिक्री हुई है। इसके आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था। क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) का हिस्सा 70.72 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का 422.45 गुना और खुदरा निवेशकों का 264.10 गुना सब्सक्राइब हुआ था। ओवरऑल यह इश्यू 259.71 गुना सब्सक्राइब हुआ था। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी अमेरिका और पश्चिमी यूरोपीय देशों में मौजूदा सर्विस लाइन के विस्तार, फ्रीलांसर की नई कैटेगरी पैक्स पैनल को शुरू करने, टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा।
Infollion Research के बारे में डिटेल्स
इनफोलियन रिसर्च सर्विसेज बी2बी ह्यूमन क्लाउड सेगमेंट में काम करती है और डिमांड के मुताबिक यह अलग-अलग विषयों के एक्सपर्ट्स मुहैया कराती है। यह बड़ी-बड़ी ग्लोबल मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म्स, प्राइवेट इक्विटी फंड्स, हेज फंड्स और मिड-टियर कॉरपोरेट्स को सर्विसेज देती है। इसके कॉम्पटीटर्स की बात करें तो इसे बाकी एक्सपर्ट नेटवर्क और फ्रीलांसिंग नेटवर्क से सीधे टक्कर मिल रही है जबकि स्टाफिंग फर्म्स से अप्रत्यक्ष रूप से चुनौती मिल रही है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो पिछले कुछ वित्त वर्षों में इसका नेट प्रॉफिट और रेवेन्यू लगातार बढ़ा है यानी कि इसकी कारोबारी सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2020-21 में इसे 2.08 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हासिल हुआ था। अगले ही वित्त वर्ष 2022 में यह बढ़कर 3.41 करोड़ रुपये और फिर अगले वित्त वर्ष 5.58 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल हुआ था। वहीं रेवेन्यू की बात करें तो इसे 2020-21 में 16.06 करोड़ रुपये, 2021-22 में 22.20 करोड़ रुपये और 2022-23 में 35.30 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।