InterGlobe Aviation Share Price: दिग्गज विमानन कंपनी गो फर्स्ट (Go First) ने एनसीएलटी में दिवाला याचिका दायर कर दी है। इसके चलते बाकी एविएशन कंपनियों के सामने मार्केट शेयर बढ़ाने का मौका खुल गया है। इसका असर सस्ती हवाई सेवाएं मुहैया कराने वाली इंडिगो (Indigo) की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोबल एविएशन (InterGlobe Aviation) के शेयर आज 8 फीसदी उछलकर 2235.95 रुपये (Indigo Share Price) पर पहुंच गए। इसके बाद मुनाफावसूली के चलते थोड़ा नरम हुआ लेकिन दिन के आखिरी में यह 4.52 फीसदी के उछाल के साथ 2163.90 रुपये पर बंद हुआ है।
Indigo को लेकर ब्रोकरेज का क्या है रुझान
बैंक ऑफ अमेरिका का मानना है कि गो फर्स्ट के दिवालिया होने पर 9 फीसदी डोमेस्टिक सप्लाई खत्म हो जाएगी। इससे बाकी विमानन कंपनियों को मदद मिलेगी। मार्च 2023 तिमाही में गोफर्स्ट की 6.9 फीसदी मार्केट हिस्सेदारी थी। पिछले साल यह 2022 में यह 8.9 फीसदी और 2019 में 10.7 फीसदी पर थी। बैंक ऑफ अमेरिका के मुताबिक गोफर्स्ट अब दिवालिया होने की कगार पर है जिसका इंडिगो फायदा उठाने की सबसे मजबूत स्थिति में है। इसने इंडिगो को 2700 रुपये के टारगेट प्राइस पर खरीदने की सलाह दी है।
जेफरीज के मुताबिक गोफर्स्ट के मार्केट से हटने के बाद अब प्रतिस्पर्धा कम होगी और इसका फायदा बाकी विमान कंपनियों को हवाई किराए में मिलेगा। यह इंडिगो और स्पाइसजेट के लिए पॉजिटिव है। सीएलएसए के मुताबिक कैपेसिटी के हिसाब से देखें तो इंडिगो अधिक फायदे में है और इसके चलते इसने इंडिगो को 2450 रुपये के टारगेट प्राइस पर आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है।
Go First क्यों है दिवालिया की कगार पर
वाडिया ग्रुप की गोफर्स्ट ने भारी नगदी संकट के चलते तीन से पांच मई की सभी उड़ानों को रद्द कर दिया। इसके बाद विमान कंपनी ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के पास दिवाला प्रक्रिया के लिए आवेदन कर दिया। गोफर्स्ट के सीईओ कौशिश खोना के मुताबिक एनसीएलटी में आवेदन स्वीकार होने के बाद ही उड़ानें फिर से शुरू हो जाएंगी। गोफर्स्ट के मुताबिक प्रैट एंड व्हिटनी (Pratt & Whitney) ने इसे इंजन की सप्लाई नहीं की जिसके चलते दिक्कत आई है। गोफर्स्ट ने प्रैट एंड व्हिटनी को इस पूरी स्थिति का जिम्मेदार ठहराया है जिसके चलते उसके करीब आधे यानी 28 विमान उड़ान नहीं भर पा रहे हैं।
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