लो-कॉस्ट कैरियर गो फर्स्ट (Go First) ने फ्लीट इश्यू और फंड की कमी (Fleet issues and shortage of funds) के बीच अगले दो दिनों के लिए नई बुकिंग पर रोक लगा दी है। एयरलाइन की तरफ से डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) को इस बारे में जानकारी दी गई है। गो फर्स्ट एयरलाइंस ने डीजीसीए को सूचित कर दिया है कि उसकी सभी उड़ानें 3 और 4 मई को रद्द रहेंगी। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गो फर्स्ट एयरलाइंस ने DGCA को सूचित किया है कि उसकी सभी उड़ानें 3 और 4 मई को रद्द रहेंगी।
इस मामले से वाकिफ लोगों में से एक ने कहा, "एयरलाइन के पास अगले दो दिनों के लिए टिकटों की कोई इनवेंटरी नहीं है। इसलिए, टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म पर अगले दो दिनों की यात्रा के लिए ताजा बुकिंग उपलब्ध नहीं है।" डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के आंकड़ों के अनुसार, एयरलाइन की मार्केट शेयर एक साल पहले 9.8% की तुलना में इस साल मार्च में गिरकर 6.9% पर पहुंच गई।
DGCA की वेबसाइट flightradar24 के आंकड़ों के अनुसार, एयरलाइन के बेड़े में 59 विमान हैं। एक अन्य व्यक्ति ने कहा, "उड़ान संचालन की वर्तमान स्थिति के अनुसार 3 मई के लिए कई उड़ानें भी रद्द कर दी गई हैं। सुबह की कई उड़ानें भी आज देरी से चल रही थीं।" इस बीच, गो फर्स्ट फ्लाइट के लिए टिकट बुक कराने वाले लोगों ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की है।
बार-बार होने वाली समस्याओं और प्रैट एंड व्हिटनी से इंजनों की आपूर्ति न होने के कारण GoFirst को अपने कई विमानों को ग्राउंड करना पड़ा है। एयरलाइन ने डेलावेयर फेडरल कोर्ट में एक इमरजेंसी याचिका दायर की है, जिसमें दो मध्यस्थ निर्णयों को लागू करने की मांग की गई है। इसमें इंजन निर्माता कंपनी को GoFIRST को सेवा योग्य इंजन तुरंत डिलीवरी करने का आदेश दिया गया था।
वित्त वर्ष 2022-23 में एयरलाइन को 1,800 करोड़ रुपये का घाटा होने का अनुमान है। इसके पीछे अंतिम महीनों में इंजन की वजह से कई विमानों के उड़ान न भर पाने को जिम्मेदार बताया जा रहा है। गो फर्स्ट की कई महीनों तक एविएशन मार्केट में 8-10 प्रतिशत हिस्सेदारी हुआ करती थी, लेकिन मार्च के महीने में यह गिरकर 6.9 प्रतिशत रह गई।