केपिटल मार्केट की नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (Securities and Exchange Board of India (SEBI)ने 2018 के अपने रि-कटेगराजेशन कवायद के जरिेए लार्ज और मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए लार्जकैप और मिडकैप शेयरों में कम से कम 35 प्रतिशत निवेश करना अनिवार्य कर दिया है। बाकी का 65 फीसदी निवेश स्मॉलकैप शेयरों, डेट इंस्ट्रूमेंट्स और कैश इक्विवेलेंट में किया जा सकता है। इन स्कीमों का लक्ष्य स्थापित और उभरती कंपनियों दोनों तरह की कंपनियों में निवेश करके स्थिर ग्रोथ हासिल करना होता है। स्मॉलकैप शेयरों में भी इन स्कीमों का आवंटन भी काफी अच्छा रहा है।
