Get App

बैंकिंग शेयरों से निवेशकों का हो रहा मोहभंग, जानिए आगे कैसी रह सकती है इनकी चाल

जेफरीज का मानना है कि 2022 में आई तेजी के बावजूद सरकारी बैंक अभी भी प्राइवेट बैंकों की तुलना में 70 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहे हैं। ऐसे में सरकारी बैंकों में अभी भी ऊपर जाने के लिए कुछ दम बाकी है

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 21, 2023 पर 2:17 PM
बैंकिंग शेयरों से निवेशकों का हो रहा मोहभंग, जानिए आगे कैसी रह सकती है इनकी चाल
बर्नस्टीन रिसर्च के मुताबिक एक्सटर्नल-लिंक्ड लोन की कम मात्रा के चलते प्राइवेट बैंकों में HDFC Bank के मार्जिन में अगले 12 महीनों में दूसरे बैंकों की तुलना में ज्यादा ग्रोथ देखने को मिलेगी

साल 2022 में स्टार सेक्टोरल परफॉर्मर रहे निफ्टी बैंक और निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स ने इस साल अब तक अंडरपरफार्म किया है। 2022 में बैंक निफ्टी में 20 फीसदी की और निफ्टी पीएसयू बैंक में 50 फीसदी की बढ़त देखने को मिली थी। जबकि इसी अवधि में बेंचमार्क निफ्टी में 4 फीसदी की हल्की बढ़त देखने को मिली थी। वहीं, कैलेंडर ईयर 2023 की बात करें तो अब तक निफ्टी बैंक में 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। वहीं, निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 10 फीसदी से ज्यादा टूटा है। जबकि इस अवधि में निफ्टी 2 फीसदी गिरा है।

हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट भारतीय बैंकों के लिए खास कर सरकारी बैंकों के लिए एक बड़ी मुश्किल बनके सामने आई। अदाणी समूह की कंपनियों में भारतीय बैंकों के एक्सपोजर को लेकर निवेशक परेशान नजर आए। इसके चलते हाल के दिनों में बैंक शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली। लेकिन इस मुद्दे पर अलग-अलग बैंकों और आरबीआई ने अपनी तरफ से सफाई जारी करते हुए कहा कि अदाणी समूह की कंपनियों में भरतीय बैंकों का बहुत ज्यादा पैसा नहीं फंसा है। बैंकों ने अदाणी समूह की कंपनियों को जो कर्जे दिए हैं उनके एवज में पर्याप्त कोलेटरल रख गए हैं। कर्ज की ये मात्रा ज्यादा है भी नहीं। ऐसे में अदाणी समूह की कंपनियों में बैंकों के एक्सपोजर को लेकर डरने की जरूरत नहीं है।

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि अदाणी समूह को दिया गया उसका कुल कर्ज बैंक के कुल लोन का सिर्फ 0.88 फीसदी या लगभग 27000 करोड़ रुपये है। वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा ने बताया है कि वित्त वर्ष 2023 के तीसरी तिमाही के अंत तक अदाणी समूह को दिया गया उसका कुल कर्ज बैंक के लोन खाते का सिर्फ 0.60 फीसदी था।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें