IOC Q4 results: इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने 16 मई को वित्तवर्ष 2023 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी करते हुए बताया है कि 31 मार्च 2023 को खत्म हुई इस तिमाही में कंपनी का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 67 फीसदी की बढ़त के साथ 10059 करोड़ रुपये पर रहा है। जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा 6,021 करोड़ रुपए पर रहा था। चौथी तिमाही में सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की कामकाजी आय सालाना आधार पर लगभग 10 फीसदी की बढ़त के साथ 2.26 लाख करोड़ रुपए पर रही है। गौरतलब है कि CNBC-TV18 ने चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 6393 करोड़ रुपए रहने और कामकाजी आय 1.88 लाख करोड़ रुपए पर रहने का अनुमान किया था। ऐसे में देखें तो कंपनी के आय और मुनाफे दोनों के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे हैं।
औसत ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 19.52 डॉलर प्रति बैरल रही
कंपनी ने बताया है कि कि अप्रैल-मार्च 2023 की अवधि में कंपनी की औसत ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) 19.52 डॉलर प्रति बैरल रही है। जबकि अप्रैल-मार्च 2022 में यह 11.25 डॉलर प्रति बैरल पर थी। हालांकि, कुछ पेट्रोलियम उत्पादों की मार्केटिंग मार्जिन में गिरावट के चलते जीआरएम में हुई बढ़त का लाभ निष्प्रभावी हो गया।
इंडियन ऑयल वित्त वर्ष 2022 से घरेलू एलपीजी की बिक्री में अंडर रिकवरी (लागत से कम कीमत) का सामना कर रहा है। इसकी भरपाई के लिए, केंद्र सरकार ने 10801 करोड़ रुपये के एकमुश्त अनुदान को मंजूरी दी है। इंडियन ऑयल ने इस अनुदान को वित्त वर्ष 2023 की कामकाजी आय के तौर पर दर्ज किया है।
इंडियन ऑयल के बोर्ड वित्त वर्ष 2023 के लिए 3 रुपए प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है।
EBITDA मार्जिन सालाना आधार पर 0.3 फीसदी बढ़ी
चौथी तिमाही में इंडियन ऑयल का EBITDA सालाना आधार पर 3593 करोड़ रुपए से बढ़कर 15339 करोड़ रुपए रहा है। हालांकि CNBC-TV18 के पोल में इसके 12189 करोड़ रुपए पर रहने का अनुमान किया गया था। इस अवधि में कंपनी का EBITDA मार्जिन सालाना आधार पर 0.3 फीसदी से बढ़कर 7.6 फीसदी पर रहा है। जबकि इसके 6.5 फीसदी पर रहने का अनुमान किया गया था।