Iran-Israel war : बाजार में आज ईरान-इजरायल सीजफायर के चलते बड़ी रैली आई है। पीएसयू बैंकों में आज खूब खरीदारी हुई है। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 2 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है।बैंक ऑफ बड़ौदा, PNB, केनरा बैंक और यूनियन बैंक में जोरादार तेजी आई है। इसके अलावा रियल्टी, ऑटो, मेटल और ऑटो शेयरों में भी जोरदार तेजी देखने को मिली रही। वहीं डिफेंस शेयरों में आज मुनाफावसूली देखने को मिली है। ईरान-इजरायल सीजफायर से अदानी पोर्ट्स 4 फीसदी दौड़ा है। आज यह स्टॉक निफ्टी का टॉप गेनर बना है। अदानी पोर्ट्स इजरायल के हाइफा पोर्ट को ऑपरेट करती है। ऊधर अदानी ग्रुप के दूसरे शेयरों में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिली है।
ईरान-इजराइल टेंशन के बीच में हाल के दिनों में बाजार का मूड काफी बिगड़ा, बाजार में काफी टेंशन रही। लेकिन आज का दिन काफी अलग है। ईरान-इजराइल के बीच सीजफायर के खबरों के बीच हमारे बाजार में मजबूत मोमेंटम देखने को मिल रहा है। ग्लोबल मार्केट भी जोरदार तेजी है।
ईरान-इजराइल के बीच सीज फायर की खबर से आज हमारे बाजार को 5 लाख करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। इजरायल सीजफायर के लिए राजी हो गया है। सीजफायर पर इजरायल के PM बेंजामिन नेतन्याहू का बयान आया है। जिसमें कहा गया है कि इजरायल ने ट्रंप के सीजफायर प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इजरायल ईरानी परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल खतरे को खत्म कर दिया है। इजरायल ने अपने सभी लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। रक्षा और सपोर्ट के लिए राष्ट्रपति ट्रंप का धन्यवाद। ईरान ने सीजफायर तोड़ा तो जोरदार जवाब देंगे। उधर ट्रंप ने कहा है कि सीजफायर अब लागू हो गया है। कृपया अब इसे नहीं तोड़ें।
डोनाल्ड ट्रंप ने आज सीजफायर का एलान किया। ट्रंप के एलान के बाद भी दोनों पक्षों ने मिसाइलें दागीं। ईरान के सरकारी TV ने आज सुबह सीजफायर का एलान किया।
इस खबर के चलते डाओ फ्यूचर्स में करीब 400 अंकों का उछाल आया है। कच्चे तेल और सोने की कीमतों में तेज गिरावट देखने को मिली है। क्रूड 68 डॉलर प्रति बैरल के नीचे चला गया है। इसने सोमवार को 81 डॉलर का शिखर छुआ था। क्रूड के टूटने से ONGC, OIL पर निगेटिव असर आता है। क्रूड के भाव में 1 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट से इन कंपनियों की आय में सालाना 300-400 करोड़ रुपए की गिरावट होती है।
वहीं, क्रूड के टूटने से OMCs कंपनियों पर अच्छा असर होता। अगर क्रूड के भाव में प्रति बैरल 1 डॉलर की गिरावट होती है तो इनके EBITDA में 200-300 करोड़ रुपए की बढ़त होती है।
क्रूड के टूटने से पेंट कंपनियों पर भी अच्छा असर होता है। इनकी इनपुट कॉस्ट का 50 फीसदी क्रूड से जुड़ा होता है। क्रूड गिरने से कच्चा माल सस्ता होता है और इन कंपनियों के मार्जिन सुधरते हैं। क्रूड में नरमी से एविएशन कंपनियों पर भी अच्छा असर होता है। एविएशन कंपनियों की सबसे बड़ी कॉस्ट ATF होती है। क्रूड गिरने से इन कंपनियों को सीधा फायदा होता है।