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Iran-Israel war : होर्मुज स्ट्रेट बंद होने का भारत पर क्या होगा असर, क्या हैं दूसरे विकल्प

होर्मुज स्ट्रेट ओमान और ईरान के बीच संकरा जलमार्ग है। यह खाड़ी देशों को हिंद महासागर से जोड़ता है। इसकी शिपिंग लेन सिर्फ 3 किमी चौड़ी है। यह तेल-गैस की लाइफलाइन है। यह दुनिया का सबसे अहम तेल ट्रांजिट प्वाइंट में आता है। कच्चे तेल का हर चौथा जहाज यहीं से गुजरता है। एशिया का 44 फीसदी तेल इसी रास्ते से जाता है। OPEC देशों की ज्यादातर सप्लाई इसी रूट से होती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 23, 2025 पर 3:12 PM
Iran-Israel war : होर्मुज स्ट्रेट बंद होने का भारत पर क्या होगा असर, क्या हैं दूसरे विकल्प
Strait of Hormuz : भारत में हर दिन 5.6 मिलियन बैरल कच्चे तेल का आयात होता है। इसमें से 1.5-2 मिलियन तेल का आयात होर्मुज स्ट्रेट से होता है

Iran-Israel war : बाजार की नजर आज क्रूड पर है जो बढ़कर 78 डॉलर के पार निकल गया है। दरअसल ईरान-इरजायल लड़ाई में अमेरिका के कूदने के बाद स्ट्रेट ऑफ होर्मुज बंद होने का खतरा बढ़ गया है। ईरान की तरफ से होर्मुज स्ट्रेट बंद करने की धमकी आई है। US अटैक के बाद ईरानी संसद में प्रस्ताव पास हो गया है। हालांकि होर्मुज स्ट्रेट अभी बंद नहीं किया गया है। ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई इस पर अंतिम फैसला लेंगे।

कहां है होर्मुज स्ट्रेट?

होर्मुज स्ट्रेट ओमान और ईरान के बीच संकरा जलमार्ग है। यह खाड़ी देशों को हिंद महासागर से जोड़ता है। इसकी शिपिंग लेन सिर्फ 3 किमी चौड़ी है। यह तेल-गैस की लाइफलाइन है। यह दुनिया का सबसे अहम तेल ट्रांजिट प्वाइंट में आता है। कच्चे तेल का हर चौथा जहाज यहीं से गुजरता है। एशिया का 44 फीसदी तेल इसी रास्ते से जाता है। OPEC देशों की ज्यादातर सप्लाई इसी रूट से होती है।

होर्मुज स्ट्रेट: तेल- गैस की लाइफलाइन

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