IRB Infrastructure Q2 results: IRB इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड ने सितंबर तिमाही में मजबूत प्रदर्शन किया है। कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 41% बढ़कर ₹140.8 करोड़ रहा। यह पिछले साल की समान अवधि में ₹99.8 करोड़ था। कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 10.4% बढ़कर ₹1,751 करोड़ पर पहुंच गया, जो एक साल पहले ₹1,585.8 करोड़ था।
टोल रेवेन्यू का अहम योगदान
IRB Infrastructure की ग्रोथ में टोल रेवेन्यू में 11% की बढ़ोतरी का अहम योगदान रहा। EBITDA 8% बढ़कर ₹924.7 करोड़ रहा, जबकि मार्जिन 48.3% से सुधरकर 52.8% पर पहुंच गया, जो बेहतर ऑपरेशनल एफिशियंसी को दर्शाता है।
कंपनी ने बताया कि उसका गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट तय योजना के मुताबिक आगे बढ़ रहा है। इस तिमाही में IRB के Private InvIT ने ₹51.5 करोड़ का डिस्ट्रीब्यूशन घोषित किया है।
IRB की कुल ऑर्डर बुक ₹32,000 करोड़ की है। इसमें से ₹30,500 करोड़ ऑपरेशंस एंड मेंटेनेंस (O&M) कॉन्ट्रैक्ट्स से और ₹1,500 करोड़ वर्क-इन-प्रोग्रेस प्रोजेक्ट्स से जुड़े हैं।
IRB Infra के शेयरों का हाल
तिमाही नतीजों के ऐलान के बाद IRB Infrastructure Developers Ltd के शेयरों में तेज हलचल दिखी। यह इंट्राडे लो से 4.01% तक उछल गया। हालांकि, बाद में तेज मुनाफावसूली हुई। इसके चलते स्टॉक 0.04% की मामूली गिरावट के साथ 43.22 रुपये पर बंद हुआ। साल 2025 में अब तक स्टॉक करीब 28% टूट चुका है।
IRB Infra का बिजनेस क्या है
IRB Infrastructure Developers Ltd एक बड़ी भारतीय कंपनी है जो सड़कों और एक्सप्रेसवे के निर्माण, संचालन और रखरखाव का काम करती है। यह सरकार से प्रोजेक्ट लेकर सड़कें बनाती है, कुछ सालों तक टोल वसूलती है और फिर सड़क सरकार को सौंप देती है।
कंपनी ने मुंबई–पुणे एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे जैसे बड़े प्रोजेक्ट पूरे किए हैं। IRB सड़कें बनाने के साथ उनके रखरखाव से भी कमाई करती है।
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