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IT, मैन्युफैक्चरिंग, फाइनेंशियल्स स्टॉक्स में निवेश से होगी मोटी कमाई, कार्नेलियन के विकास खेमानी ने क्यों दी यह सलाह?

कार्नेलियन एसेट मैनेजमेंट एड एडवाइजर्स के फाउंडर विकास खेमानी को कैपिटल मार्केट्स का 27 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर के लिए आगे अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं। आईटी कंपनियों को अमेरिकी में इंटरेस्ट रेट साइकिल में बदलाव का सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा

अपडेटेड Oct 14, 2024 पर 2:02 PM
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विकास खेमानी ने कहा कि आईटी कंपनियों की स्ट्रॉन्ग ग्रोथ मार्केट को चौंका सकती है।

इंडियन स्टॉक मार्केट्स में गिरावट के बाद 14 अक्टूबर को रिकवरी दिखी। सवाल है कि क्या करेक्शन अब पूरा हो चुका है? अभी कहां पैसा लगाने पर मोटा मुनाफा होगा? इंडियन मार्केट का प्रदर्शन आगे कैसा रहेगा? इन सवालों के जवाब जानने के लिए मनीकंट्रोल ने कार्नेलियन एसेट मैनेजमेंट एड एडवाइजर्स के फाउंडर विकास खेमानी से बातचीत की। खेमानी को कैपिटल मार्केट्स का 27 साल से ज्यादा का अनुभव है।

अमेरिका में इंटरेस्ट रेट घटने का फायदा

उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर के लिए आगे अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं। आईटी कंपनियों को अमेरिकी में इंटरेस्ट रेट साइकिल में बदलाव का सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। अमेरिका में BFSI (बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस) पर खर्च बढ़ रहा है। इसलिए इस फाइनेंशियल ईयर में आईटी सेक्टर में रेवेन्यू ग्रोथ अच्छी रहेगी। आईटी कंपनियां स्ट्रॉन्ग ग्रोथ से मार्केट को चौंका सकती हैं। डिफेंस और रेलवे सेक्टर की कंपनियों के स्टॉक्स काफी चढ़ चुके हैं। इसलिए इनके बजाय बैंकिंग, मैन्युफैक्चरिंग, फॉर्मा और आईटी में निवेश के अच्छे मौके दिख रहे हैं।


इंडियन मार्केट न तो महंगा है और न ही सस्ता

क्या इंडियन मार्केट्स बहुत महंगा है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसा सोचते हैं वे यहीं देखते कि इंडिया बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है। इसलिए अगर इंडियन मार्केट सस्ता नहीं है तो यह महंगा भी नहीं है। कंपनियों की प्रॉफिट ग्रोथ स्ट्रॉन्ग है। चीन में मॉनेटरी पॉलिसी में हालिया बदलाव के बाद कुछ विदेशी निवेश चीन के स्टॉक मार्केट्स में हुआ है। इसके और जियोपॉलिटिकल टेंशन की वजह से इंडियन मार्केट्स में कुछ उतारचढ़ाव दिखा है। हमें करेक्शन आने का अनुमान है, जो मार्केट के लिए अच्छा होगा। मीडियम और लॉन्ग टर्म में इंडिया की स्ट्रक्चर स्टोरी को लेकर हम पॉजिटिव हैं। इस वजह से मैन्युफैक्चरिंग, फाइनेंशियल्स और कंजम्प्शन स्टॉक्स का प्रदर्शन आगे अच्छा रह सकता है।

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प्राइवेट और सरकारी बैंकों के स्टॉक्स का प्रदर्शन अच्छा रहेगा

दूसरी तिमाही के कंपनियों के नतीजों के बारे में उन्होंने कहा कि अर्निंग्स में कुछ सुस्ती दिख सकती है। खासकर जून के मुकाबले ऐसा दिख सकता है। आईटी और फॉर्मा सेक्टर की अर्निंग्स में अपग्रेड दिख सकता है। लेकिन, हमें रेवेन्यू ग्रोथ की चिंता करने की बजाय अलग-अलग कंपनियों से जुड़ी संभावनाओं पर विचार करना चाहिए। उन्होंने प्राइवेट और सरकारी बैंकिंग स्टॉक्स के भी अच्छी प्रदर्शन की उम्मीद जताई।

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