Jane Street मार्केट मैनिपुलेशन के सेबी के आरोपों को चैलेंज करेगी, जानिए अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म ने क्या कहा है

SEBI ने 3 जुलाई को Jane Street पर अंतरिम प्रतिबंध लगा दिया था। इसका मतलब है कि जेन स्ट्रीट और इससे जुड़ी कंपनियां इंडियन मार्केट्स में ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगी। सेबी ने गलत तरीके से इंडियन मार्केट्स में जेन स्ट्रीट को हुई 8000 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाई को भी जब्त कर लिया है

अपडेटेड Jul 08, 2025 पर 12:46 PM
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Jane Street ने कहा है कि वह सेबी के आरोपों का खंडन करने के लिए अपना औपचारिक जवाब तैयार कर रही है।

जेन स्ट्रीट मामले में बड़ी खबर आई है। बताया जाता है कि अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म सेबी के आरोपों को चैलेंज करेगी। सेबी ने जेन स्ट्रीट पर इंडियन मार्केट्स में मैनिपुलेशन का आरोप लगाया है। फाइनेंशिल टाइम्स ने 7 जुलाई को यह खर दी है। जेन स्ट्रीट के मैनेजमेंट ने कहा है कि सेबी के आरोप बहुत ज्यादा भड़काऊ हैं। ये काफी निराश करने वाले हैं। उसने कहा है कि वह इन आरोपों का खंडन करने के लिए अपना औपचारिक जवाब तैयार कर रही है। फाइनेंशियल टाइम्स ने कंपनी की तरफ से उसके करीब 3,000 एंप्लॉयीज को 5 जुलाई को भेजे गए मेमो के हवाल से यह जानकारी दी है।

सेबी ने 3 जुलाई को जेन स्ट्रीट पर बैन लगाया

SEBI ने 3 जुलाई को Jane Street पर अंतरिम प्रतिबंध लगा दिया था। इसका मतलब है कि जेन स्ट्रीट और इससे जुड़ी कंपनियां इंडियन मार्केट्स में ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगी। सेबी ने गलत तरीके से इंडियन मार्केट्स में जेन स्ट्रीट को हुई 8000 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाई को भी जब्त कर लिया है। सेबी जेन स्ट्रीट पर लगे आरोपों की अब व्यापक जांच कर रहा है। सेबी यह भी जांच कर रहा है कि जेन स्ट्रीट ने क्या बैंक निफ्टी के अलावा दूसरे सूचकांकों में भी मैनिपुलेटिव ट्रेडिंग स्ट्र्टेजी का इस्तेमाल किया था।


जेन स्ट्रीट कहा कि उसकी छवि खराब की गई

जेन स्ट्रीट की तरफ से एंप्लॉयीज को भेजे मेमो में कहा गया है, "फर्म की छवि जिस तरह से खराब करने की कोशिश की गई है, उसे देखकर बहुत निराशा हुई है। दुनियाभर के मार्केट्स में हम जो भूमिका निभाते हैं, उस पर हमें गर्व है। यह बहुत दुखद है कि हमारी फर्म की छवि एक ऐसे रिपोर्ट से हुई खराब हुई गलत और अपुष्ट जानकारियों पर आधारित है।" जेन स्ट्रीट और सेबी ने इस बारे में पूछे गए सवालों के जवाब नहीं दिए।

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अमेरिकी ट्रेडिंग पर कई गंभीर आरोप

सेबी ने जेन स्ट्रीट पर गभीर आरोप लगाए हैं। रेगुलेटर का मानना है कि इस अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म ने इंडिया में बैंक निफ्टी में शामिल स्टॉक्स कैश और फ्यूचर्स में बड़ी संख्या में सुबह में खरीदे। इसका मकसद सुबह के कारोबार में Bank Nifty को चढ़ाना था। साथ ही उसने इंडेक्स ऑप्शंस में बड़े पोजीशन लिए। इससे जेन स्ट्रीट को प्रॉफिट हुआ, जबकि दूसरे ट्रेडर्स को लॉस हुआ। सेबी अब इन आरोपों की गहराई से जांच कर रहा है।

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