मार्केट कैप के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के शेयरों में आज बिकवाली का दबाव दिख रहा है। वहीं दूसरी तरफ ब्रोकरेज फर्म जेफरीज इंडिया (Jefferies India) ने इसका टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है। ब्रोकरेज ने इसे फिर से खरीदारी की रेटिंग दी है और जो टारगेट फिक्स किया है, वह मौजूदा लेवल से 16 फीसदी अपसाइड है। आज BSE पर यह 0.11 फीसदी की गिरावट के साथ 2943.00 रुपये के भाव (Reliance Share Price) पर बंद हुआ है। जेफरीज ने इसके EBITDA अनुमान को भी नियर टर्म में मजबूती को देखते हुए वित्त वर्ष 2024 के लिए 2 फीसदी और वित्त वर्ष 2025 के लिए 1 फीसदी बढ़ा दिया है।
इस कारण Jefferies ने लगाया दांव
जेफरीज की रिपोर्ट के मुताबिक डीजल की इंवेंटरी के 5 साल के निचले स्तर पर आने और लाल सागर में बढ़ती दिक्कतों के चलते डीजल स्प्रेड यानी कच्चे तेल और डीजल के भाव में फर्क दिसंबर से 40 फीसदी बढ़ गया। इसके अलावा अब तक की सबसे गर्म सर्दियों में अमेरिकी एथेन की कीमतों में तेज गिरावट के चलते पेट्रोकेमिकल प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ी है क्योंकि नैफ्था का मार्जिन दस साल के निचले स्तर पर आ गया। रिलायंस पेट्रोकेमिकल्स सालाना 15 लाख टन अमेरिकी एथेन का इस्तेमाल करती है।
वहीं लाल सागर के रास्ते की दिक्कतों ने डीजल स्प्रेड बढ़ा दिया। इसकी वजह ये है कि वैश्विक रिफाइंड प्रोडक्ट की सप्लाई का 14 फीसदी हिस्सा इसी रास्ते से आता है और इसे जहाजों पर हाउथी विद्रोहियों के हमले ने झटका दिया है। लंबे शिपिंग टाइम और सप्लाई में देरी के चलते ही डीजल स्प्रेड दिसंबर से 40 फीसदी बढ़ गया।
इसके अलावा रिलायंस अमेरिकी प्रतिबंध हटने के बाद वेनेजुअला की सरकारी तेल कंपनी PDVSA से तेल के लिए बातचीत कर रही है। वेनेजुएला के तेल की रिलायंस सबसे बड़ी खरीदार रही है और जेफरीज की रिपोर्ट के मुताबिक लैंडेड बेसिस पर ब्रेंट क्रूड पर प्रति बैरल 8 डॉलर डिस्काउंट का मुनाफा मिल सकता है। इसके अलावा रिलायंस का कैपिटल एक्सपेंडिचर अब 20 फीसदी कम हो सकता है क्योंकि 5जी नेटवर्क का काम लगभग पूरा हो चुका है। जेफरीज का अनुमान है कि मार्च 2024 तिमाही में कंपनी का EBITDA करीब 22 फीसदी बढ़ सकता है।
इस भाव तक उछल सकते हैं Reliance के शेयर
जेफरीज का मानना है कि इसके शेयर 3400 रुपये की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं। ब्रोकरेज के मुताबिक रिलायंस के शेयरों को पेट्रोकेमिकल मार्जिन में तेज रिकवरी, टेलीकॉम कंसालिडेशन, जियो की लिस्टिंग और उम्मीद से तेज मार्केट में बढ़ते दबदबे के चलते अच्छा सपोर्ट मिलेगा।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल, नेटवर्क18 ग्रुप का हिस्सा है। नेटवर्क18 का नियंत्रण इंडिपेंडेट मीडिया ट्रस्ट करता है, जिसकी एकमात्र लाभार्थी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।