2023 में भारत की मेटल कंपनियों ने दुनिया की दूसरी मेटल कंपनियों की तुलना में कमजोर प्रदर्शन किया है। इस अवधि में मेटल कंपनियों में काफी करेक्शन देखने को मिला है। विदेशी ब्रोकरेज हाउस जेफरीज को लगता है कि इस गिरावट में भारतीय मेटल कंपनियों में खरीदारी के अच्छे मौके देख रहे हैं। आज के कारोबार की बात करें तो कमजोरी के माहौल में भी आज निफ्टी में सिर्फ दो सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में हैं। इनमें से एक है निफ्टी का मेटल इंडेक्स। आज कमजोर बाजार में भी मेटल शेयर चमके हैं। चीन से अच्छे आंकड़ों मेटल शेयरों में रौनक लौटी है। टाटा स्टील, हिंदुस्तान कॉपर और JSPL में 1-1.5 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है।
मेटल सेक्टर में जेफरीज टॉप 'buy' पिक टाटा स्टील
बाजार जानकारों का कहना है कि 2023 में अब तक गिरावट के शिकार हुए अधिकांश मेटल शेयरों में कोयले की कीमतों में गिरावट, चीन के उत्पादन में कमजोरी और बेहतर घरेलू संभावनाओं को देखने हुए तेजी आती दिखी है। मेटल सेक्टर में जेफरीज टॉप 'buy' पिक टाटा स्टील (Tata Steel) और फिर उसके बाद हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (Hindalco Industries) है। बीएसई पर आज टाटा स्टील के शेयर में 1.7 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली है। फिलहाल ये शेयर 108.40 रुपए के आसपास दिख रहा है। वहीं, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज का शेयर बीएसई पर 1.2 की बढ़त के साथ 412.80 रुपए के आसपास दिख रहा है।
जेफरीज का कहना है कि 2023 में अब तक Tata Steel, Hindalco Industries और JSW Steel जैसे शेयरों में 5-14 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। जबकि इसी अवधि में बेंचमार्क निफ्टी में 2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इसी अवधि में ग्लोबल मार्केट में तमाम बड़ी मेटल कंपनियों ने 5-24 फीसदी की बढ़त हासिल की है।
यहां तक कि टाटा स्टील (टाटा स्टील यूरोप) और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (नोवेलिस) के विदेशी कारोबार ने भी दिसंबर तिमाही में निराश किया है। जेफरीज का मानना है कि एक समान जोखिमों के बीच ग्लोबल कंपनिंयों की तुलना में भारतीय मेटल कंपनियों का खराब प्रदर्शन न्यायसंगत नहीं लगता। ऐसे में अब भारतीय मेटल कंपनियां तेजी पकड़ती दिख सकती हैं।
चीन में मैक्रो-इकोनॉमिक स्थिति में सुधार से फायदा
जेफरीज का ये भी मानना है कि दुनिया के सबसे बड़े बड़े धातु उत्पादकों और उपभोक्ताओं में से एक चीन में मैक्रो-इकोनॉमिक स्थिति में सुधार आ रहा है। इससे भारतीय मेटल कंपनियों के भी फायदा होगा।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल की राय जुदा
इसके विपरीत, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक हालिया रिपोर्ट में कहा है कि लगभग तीन साल के COVID प्रतिबंधों के बाद चीन की इकोनॉमी का फिर से खुलना नवंबर 2022 से मेटल कंपनियों के लिए ट्रिगर का काम कर रहा था। लेकिन चीन की तरफ से 5 फीसदी के मामूली ग्रोथ अनुमान के ऐलान ने मेटल शेयरों को लेकर मार्केट का मूड खराब कर दिया है।
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