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Kaka IPO Listing: काका की एंट्री ने मचाई धूम, पहले ही दिन आईपीओ निवेशकों का पैसा डबल

Kaka IPO Listing: काका के शेयरों ने मार्केट में आते ही धमाल मचा दिया। आईपीओ निवेशकों ने इसमें जमकर पैसे तो लगाए ही थे और अब इसके शेयरों की धमाकेदार एंट्री ने उनके फैसले को सही ठहरा दिया। आईपीओ निवेशकों के पैसे आज पहले ही दिन लगभग डबल हो गए हैं। जानिए आईपीओ के जरिए कंपनी ने जो पैसे जुटाए हैं, उनका कंपनी कैसे इस्तेमाल करेगी

अपडेटेड Jul 19, 2023 पर 10:59 AM
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Kaka Industries के 21.23 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 36.60 लाख इक्विटी शेयर जारी हुए हैं।
     
     
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    Kaka IPO Listing: काका के शेयरों ने मार्केट में आते ही धमाल मचा दिया। आईपीओ निवेशकों ने इसमें जमकर पैसे तो लगाए ही थे और अब इसके शेयरों की धमाकेदार एंट्री ने उनके फैसले को सही ठहरा दिया। आईपीओ निवेशकों को यह शेयर 58 रुपये के भाव पर जारी हुआ है। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म BSE SME पर इसकी 110.20 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन मिला। इसके बाद भी शेयरों की तेजी नहीं थमी और इस लेवल से 5 फीसदी और उछलकर 115.71 रुपये के अपर सर्किट पर पहुंच गए यानी कि आईपीओ निवेशकों का पैसा पहले ही दिन लगभग दोगुना हो गया।

    Kaka Industries IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस

    काका इंडस्ट्रीज के 21.23 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 10-12 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ में निवेशकों ने जमकर पैसे लगाए थे और ओवरऑल यह 292.66 गुना सब्सक्राइब हुआ था जिसमें क्वॉलिफाईड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) का हिस्सा 72.13 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 431.85 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 358.88 गुना भरा था। इस इश्यू के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 36.60 लाख इक्विटी शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, आईपीओ के खर्चों और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।


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    Kaka Industries की डिटेल्स

    काका इंडस्ट्रीज पीवीसी दरवाजे, पीवीसी किचन कैबिनेट और फर्नीचर, यूपीवीसी विंडोज प्रोफाइल और वुड पॉलीमर कंपोजिट बनाती है। यह कंपनी करीब चार साल पहले 2019 में खुली थी। गुजरात के गांधीनगर जिले के जाक गांव में इसके तीन मैनुफैक्चरिंग प्लांट्स हैं जिनकी कुल क्षमता 15,425 मीट्रिक टन पीवीसी प्रोफाइल, 2,995 मीट्रिक टन वुड पॉलीमर कंपोजिट प्रोफाइल और शीट, 2,022 मीट्रिक टन यूपीवीसी डोर और विंडो प्रोफाइल बनाने की है। इसके डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में तेलंगाना के गगीलपुर, यूपी के दादरी और गुजरात के सूरत में डिपो हैं।

    कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसका मुनाफा लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2020 में इसे 1.41 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष बढ़कर 3.02 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसके बाद वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 4.98 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2022-23 में उछलकर 7.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

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