बिग मार्केट वॉयस में बाजार, सेक्टर्स और कमाई वाले शेयरों पर चर्चा के लिए सीएनबीसी-आवाज़ के साथ जुड़े कोटक महिंद्रा एएमसी (Kotak Mahindra AMC) के CIO-इक्विटी हर्षा उपाध्याय। इस बातचीत मे हर्षा ने कहा कि बजट में टैक्स में जो बढ़त हुई है वो सबको खराब जरूर लगेगी। लेकिन बाजार अब इस इवेंट से बाहर आ चुका है। 25 जुलाई को हुई एफ एंड ओ एक्सपायरी के बाद लगता है कि जो भी शॉर्ट टर्म पोजीशन थी वह क्लोज हो गई है। अब बाजार का फोकस फंडामेंटल्स और वैल्युएशन पर रहेगा। ऐसे में लगता है कि बजट में इक्विटी/एफएनओ पर जो टैक्स बढ़त हुई है उसका बाजार पर ज्यादा असर नहीं होगा।
नतीजों के मौसम की शुरुआत थोड़ी सुस्त रही
नतीजों के सीजन पर बात करते हुए हर्ष ने कहा कि पहले तिमाही के नतीजों की शुरुआत थोड़ा सुस्त रही है। अब तक आए नतीजे कुछ खास नहीं रहे हैं। हालांकि इसको लेकर डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन नतीजों के मौसम का दूसरा आधा हिस्सा कैसा रहेगा इस पर बाजार की नजर जरूर रहेगी। अगर वो ठीक रहता है तो बाजार अच्छा रहेगा। नहीं तो फिर बाजार के लिए थोड़ा रुकावट आ सकती है।
बैंकिंग और फाइनेंशियल्स पर अंडरवेट
बैंक शेयरों पर बात करते हुए हर्ष ने कहा कि इस समय बड़े प्राइवेट बैंकों के वैल्युएशन अच्छे लग रहे हैं। लेकिन इसके सामने कई शॉर्ट टर्म चुनौतियां हैं। इसको ध्यान में रखना होगा। सभी बैंको को डिपॉजिट ग्रोथ पर जोर लगाना होगा। वो जब तक नजर नहीं आएगा तब तक इस सेक्टर में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद बहुत कम है। हर्ष ने बताया कि वे वर्तमान स्थिति को देखते हुए बैंकिंग और फाइनेंशियल्स पर अंडरवेट बने हुए हैं। लेकिन ये ध्यान में रखना चाहिए कि अगर बाजार में कोई बड़ी गिरावट आती है तो लार्ज कैप बैंकिंग शेयरों में शायद ज्यादा बड़ी गिरावट नहीं आएगी। ऐसे में डिफेंसिव बेट के तौर पर लार्ज कैप प्राइवेट बैंकों में थोड़ा निवेश होना चाहिए।
फॉर्मा के फंडामेंटल्स अच्छे
फॉर्मा पर बात करते हुए हर्ष ने कहा कि फॉर्मा कंपनियों को कच्चेमाल की कीमतों में स्थिरता और अमेरिका में जनरिक मार्केट में कीमतों के बढ़त का फायदा मिल रहा है। अगर आपको कहीं से मुनाफावसूली करके डिफेंसिव शेयरों में निवेश करना है तो वर्तमान वैल्युएशन पर फॉर्मा में भी कुछ पैसा लगाया जा सकता है। फॉर्मा शेयरों के मार्जिन में आगे और सुधार आएगा। बाजार के महंगे वैल्यूशन को देखते हुए भी इस समय पोर्टफोलियो में डिफेंसिव शेयरों में थोड़ा बहुत निवेश जरूर होना चाहिए। फॉर्मा के फंडामेंटल्स भी इस समय अच्छे हैं।
आईटी सेक्टर को लेकर पॉजिटिव
एनबीएफसी शेयरों पर बात करते हुए हर्ष ने कहा कि किसी एक बिजनेस वर्टिकल में काम करने वाली एनबीएफसी की तुलना में डाइवर्सिफाइड वर्टिकल्स में कारोबार करने वाली एनबीएफसी ज्यादा अच्छी लग रही है। अगर एनबीएफसी में निवेश करना है तो कई तरह से बिजनेस में दखल रखने वाली क्वालिटी एनबीएफसी कंपनियों पर ही दांव लगाएं। आगे एनबीएफसी कंपनियों का कॉस्ट ऑफ फंड बढ़ने वाला है। एनबीएफसी और बड़े प्राइवेट बैंकों में तुलना करें तो बड़े प्राइवेट बैंक अभी भी वैल्यूएशन के नजरिए से एनबीएफसी की तुलना में बेहतर दिख रहे हैं। हर्ष उपाध्याय आईटी सेक्टर को लेकर भी पॉजिटिव हैं।
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