इस फाइनेंशियल ईयर की पहली छमाही में इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन में गतिविधियां थोड़ी सुस्त रहीं। इसकी वजह अप्रैल और मई में लोकसभा चुनाव रहे। इस दौरान सरकार का पूंजीगत खर्च भी कम रहा। एलएंडटी का मानना है कि इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में हालात बेहतर रहेंगे। पूंजीगत खर्च बढ़ा है। वर्कर्स और दूसरे संसाधनों की उपलब्धता भी बेहतर रही है। पूंजीगत बढ़ने से नए ऑर्डर मिलने की रफ्तार बढ़ेगी। हालांकि, दूसरी तिमाही में एलएंडटी की रेवेन्यू ग्रोथ अच्छी रही। इसमें कोर इंफ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी प्रोजेक्ट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस का हाथ रहा।
