Mankind Pharma News: दवा बनाने वाली देश की चौथी सबसे बड़ी कंपनी मैनकाइंड फार्मा QIP (क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट) इश्यू लाने वाली है। मनीकंट्रोल को सूत्रों के हवाले से ये जानकारी मिली है। जानकारी के मुताबिक कंपनी ने 3,000 करोड़ रुपये के क्यूआईपी के लिए निवेश बैंकों कोटक महिंद्रा कैपिटल और आईआईएफएल कैपिटल को चुन लिया है। यह कंपनी की बड़ी पूंजी जुटाने की बड़ी योजना का हिस्सा है। कंपनी प्राइवेट इक्विटी फर्म एडवेंट इंटरनेशनल के मालिकाना हक वाली भारत सीरम्स एंड वैक्सीन्स (BSV) को जुलाई में 13,630 करोड़ रुपये में खरीदा था जिसके पैसों के इंतजाम के लिए ही कंपनी कोशिशें कर रही है।
BSV की खरीदारी के लिए कैसे पैसे जुटा रही Mankind Pharma?
भारत सीरम्स एंड वैक्सीन्स की खरीदारी के लिए कंपनी पैसे जुटाने की कोशिशें कर रही है। इसके लिए क्यूआईपी लाया जाएगा लेकिन यह मार्केट की परिस्थितियों इत्यादि पर निर्भर करेगा। इसके लिए फिलहाल कोई समय सीमा नहीं तय की गई है। सीएनबीसी-टीवी18 को दिए इंटरव्यू में कंपनी के वाइस चेयरमैन और एमडी राजीव जुनेजा ने बीएसवी को लेकर फंडिंग स्ट्रैटेजी का खुलासा किया। यह डील करीब 14 हजार करोड़ रुपये का है जिसमें से 4 हजार करोड़ रुपये को कंपनी अपनी तरफ से लगाएगी, 3 हजार करोड़ रुपये क्यूआईपी और 7 हजार करोड़ रुपये लोन के जरिए आएंगे। राजीव जुनेजा की योजना के मुताबिक यह लोन तीन साल के लिए जुटाया जाएगा।
पिछले महीने ब्रोकरेज फर्म इनवेस्टेक ने खरीदारी की रेटिंग के साथ इसकी कवरेज शुरू की थी। ब्रोकरेज का मानना है कि मार्केट को अभी बीएसवी के स्पेशल्टी बिजनेस का खास अंदाजा नहीं है जिसमें लॉन्ग टर्म में ग्रोथ की तगड़ी गुंजाइश है और रणनीतिक रूप से भी यह मैनकाइंड फार्मा के ग्रोथ के लिए काफी अहम बना रहेगा। फिलहाल इसके शेयर 2605.40 रुपये (8 अक्टूबर को बीएसई पर क्लोजिंग प्राइस) के भाव पर हैं। पिछले साल 1 नवंबर 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 1,685.00 रुपये और पिछले महीने 24 सितंबर 2024 को एक साल के हाई 2,780.00 रुपये पर था।
इस महीने की शुरुआत में कंपनी ने अपने ओवर-द-काउंडर (OTC) बिजनेस को अपने पूर्ण मालिकाना हक वाली कंपनी मैनकाइंड कंज्यूमर प्रोडक्ट्स को सौंप दिया ताकि यह कंज्यूमर बिजनेस पर फोकस कर सके जिसकी ओवरऑल रेवेन्यू में 7 फीसदी हिस्सेदारी है। जून तिमाही में ओटीसी बिजनेस को 19.5 फीसदी के ईबीआईटीडीए मार्जिन के साथ 206 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।
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