Market insight : शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल रहने की संभावना है। ट्रेडर बिहार चुनाव के नतीजों को लेकर दिन के दौरान दिखने वाली वोलैटिलिटी के लिए तैयार दिख रहे है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि भले ही नतीजे अंततः एनडीए के पक्ष में आएं और एग्जिट पोल के अनुमान सही रहें, बाजार में वोलैटिलिटी बनी रहेगी।
ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि मतगणना से पहले ही वोलैटिलिटी बढ़ चुकी है। बजाज ब्रोकिंग रिसर्च का कहना है कि निफ्टी पर एक "हाई-वेव कैंडल" बना है। ये भारी उतार-चढ़ाव के बीच पॉजिटिव रुझान के साथ कंसोलीडेशन की ओर इशारा कर रहा है। मोतीलाल ओसवाल के सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि शुक्रवार के सत्र में "बिहार चुनाव के नतीजों के कारण वोलैटिलिटी बढ़ सकती है।"
चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग की अमृता शिंदे ने कहा कि बुधवार को बाजार सपाट बंद हुए। निवेशक नतीजों से पहले सतर्क रहे और बेंचमार्क इंडेक्स ज़्यादातर समय छोटे दायरे में कारोबार करते रहे। फंड्सइंडिया का कहना है कि निफ्टी में लगातार तीसरे दिन बढ़त रही और एग्जिट पोल से बनी उम्मीदों के चलते यह 25,800 के ऊपर बंद हुआ।
बाजार के लिए टेक्निकल सेटअप अच्छा बना हुआ है। लेकिन राजनीतिक संकेतों के प्रति संवेदनशीलता देखने को मिल रहा है। एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी 21-डे ईएमए से ऊपर है। साथ ही आरएसआई 60 से ऊपर सकारात्मक क्रॉसओवर पर है,जो मजबूत मोमेंटम का संकेत है। रूपक डे का कहना है कि निफ्टी के लिए 26,000 पर तत्काल रेजिस्टेंस दिख रहा है। इस स्तर से ऊपर की मजबूत चाल नफ्टी के लिए 26,200-26,350 के लक्ष्य का रास्ता खोल सकता है। नीचे की ओर निफ्टी के लिए 25,800 पर सपोर्ट है। यह सपोर्ट टूटने पर तेजी पर लगाम लग सकता है।
ग्लोबल संकेतों का मिला-जुला असर दिख रहा है। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के विनोद नायर ने कहा कि ट्रंप द्वारा सरकारी शटडाउन को समाप्त करने के लिए बिल पर किए गए हस्ताक्षर और भारत के लिए टैरिफ राहत को लेकर बनी उम्मीद सेंटीमेंट में सुधार हुआ है। अक्टूबर में रिकॉर्ड निचले स्तर पर रही महंगाई ने आरबीआई के लिए ब्याज दरों में कटौती का रास्ता खोल दिया है। इससे ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील शेयर आकर्षक हो गए हैं। हालांकि, विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली और कमजोर रुपया अभी भी कुछ परेशानियां पैदा कर रहे हैं जो चुनाव परिणामों के चलते होने वाले उतार-चढ़ाव को बढ़ा सकते हैं।
ट्रेडरों को उम्मीद है कि आज के कारोबारी सत्र में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। बिहार के चुनाव नतीजे मेन ट्रिगर का काम करेंगे। टेक्निकल लेवल्स बाजार में आने वाले किसी भी ब्रेकआउट या पुलबैक की सीमा तय करेंगे।
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