बाजार के आगे की चाल पर बात करते हुए ट्रस्ट म्यूचुअल फंड के CIO मिहिर वोरा का कहना है कि बाजार में एफआईआई का सेटीमेंट खराब है लेकिन घरेलू सेटीमेंट पॉजिटिव है। म्यूचुअल फंड और इक्विटी के जरिए बाजार में घरेलू सेटीमेंट काफी अच्छे है। भारतीय बाजार में एफआईआई की किसी तरह की नराजगी है ये कहना गलत होगा। पहले एफआईआई को भारतीय बाजार में बाकी ग्लोबल बाजारों की तुलना में वैल्यूएशन के लिहाज से काफी अच्छा लग रहा था, लेकिन 1-2 महीने से एफआईआई को भारतीय बाजारों के तुलना में चाइना, यूरोप के बाजार काफी अच्छे लग रहे है।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय बाजार के वैल्यूएशन अट्रैक्टिव नजर आ रहे है। बाजार में जिस तरह से हमने करेक्शन देखा था उसकी कई वजह भी रही। भारत में भी हमने अर्निंग ग्रोथ में कटौती, गर्वमेंट स्पेनडिंग में कमी, अर्बन स्पेनडिंग में कमी और आरबीआई की लिक्विडिटी को लेकर सख्ती का इपेक्ट स्लोडाउन में आया। इन सभी कारणों से हमने बाजार का सेटीमेंट और मार्केट में गिरावट आते देखा
उन्होनें आगे कहा कि अगर आप विश्वास रखते है कि FY26-FY27 में भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5-7 फीसदी के बीच आएगा तो इस लिहाजा से बाजार का वैल्यूएशन काफी अट्रैक्टिव हुआ। स्मॉलकैप इंडेक्स 20-22 फीसदी डाउन हुआ । स्मॉलकैप इंडेक्स का मिडियम स्टॉक 35 फीसदी डाउन है।
मिहिर वोरा ने आगे कहा कि अगर हम साइक्लिकल रिकवरी की बात करें और यह विश्वास रखते है कि इंडिया की स्टोरी 1 क्वांटर या 2 क्वांटर के कारण स्लोडाउन हुई यह गिरावट स्थायी नहीं है तो बाजार के वैल्यूएशन काफी अच्छे है।
मिहिर वोरा का कहना है कि आगे मिड और स्मॉलकैप शेयरों में अपॉर्चुनिटी काफी ज्यादा है। स्मॉलकैप में अभी 15-20 फीसदी का ग्रोथ प्रॉफिट में दिखा सकती है। लॉन्ग टर्म के नजरिए से अगर स्टॉक पिकिंग करना है तो ब्रॉर्डर मार्केट में जाना पड़ेगा। क्योंकि फास्ट ग्रोइंग सेक्टर हमेशा छोटे से शुरु होते है और फिर बड़े बनते है।
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