Market Outlook: मार्केट में आजकल क्या चल रहा, ये अभी समझना थोड़ा मुश्किल हो गया है। बाजार ने फिर मायूस किया। दरअसल काफी वक्त से ऐसा लग रहा है बाजार को गिरावट का जो बुखार लगा था उसमें रिकवरी नहीं हो रही। कभी- कभी बाजार जोश में आता है लेकिन फिर वो टिक नहीं पाता। उथलपुथल के माहौल में अहम लेवल टूट रहे हैं। अब डर यह है कि क्या कहीं और बड़ी गिरावट आएगी। मिड कैप और स्मॉलकैप में जो मारकाट मची है। उसमें क्या स्ट्रैटेजी अपनाएं और क्या भारतीय बाजार अब उस वैल्यूएशन की तरफ पहुंच गए हैं जहां से सेलिंग का प्रेशर थोड़ा कम होगा।
मिलियन डॉलर सवाल FIIs कब वापसी करेंगे। इन्ही सभी सवालों का जवाब देते हुए मार्केट एक्सपर्ट, प्रकाश दीवान का कहना है कि बाजार में इस गिरावट की नींव तब बनी थी जब हमने पिछले 1-1.5 साल से आए वो आईपीओ बड़े ही स्ट्रेच वैल्यूएशन पर आए थे। बाजार में आईपीओ के आते है और वह ओवर सब्सक्रिप्शन के आंकड़ें घूमते है। अलॉटमेंट में पैसा बनता है तो यह चीजें नजरअंदाज की जाती है, जो चीजे नजरअंदाज की गई है उसी को बाजार भुगत रहा है। क्योंकि कई सारी कंपनियां ऐसे वैल्यूएशन पर आई जो सस्टेनेबल नहीं थी। वैल्यूएशन और अर्निंग को कितना उछालना है यह बाजार का सेटीमेंट तय करता है।
प्रकाश दीवान ने आगे कहा कि कैलेंडर ईयर 2024 में जितना OFS का माल प्रमोटर ने बेचा है वह इतिहास में कभी इतना नहीं था। अक्टूबर में अर्निंग में ग्रोथ का नहीं आना और नवंबर में ट्रंप का आना ये दोनों फैक्टर ने एफआईआई को भारतीय बाजार से दूर करने का काम किया है । बाजार में इस समय घबराहट सेलिंग से ज्यादा बाईंग का नहीं आना है।
प्रकाश दीवान ने इस बातचीत में आगे कहा कि बाजार में सिलेक्टिव होकर खरीदारी करें। ब्रॉडर मार्केट में 30-40 फीसदी की गिरावट के बावजूद भी कई सारे स्टॉक्स महंगे लग सकते है क्योंकि उनमें अर्निंग ग्रोथ नजर नहीं आ रही है। प्रकाश दीवान के मुताबिक अगर एफआईआई की बिकवाली भारतीय बाजार में थम जाती है तो यहां से बाईंग जल्दी से आना मुश्किल है क्योंकि ग्लोबल बाजार में बॉटम आउट भारतीय बाजार की तुलना में जल्द आ सकते है। फिलहाल हम बाजार में अर्निंग ग्रोथ का इंतजार रहेगा।
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