Market fundamentals : बाजार में आज थोड़ी रिकवरी के बावजूद BRODER MARKET का हाल बुरा है। निवेशकों के पोर्टफोलियो में गहरी लाली है। करेक्शन के माहौल में अब क्या करना चाहिए। खासकर म्युचुअल फंड्स किन सेक्टर्स पर अब फोकस कर रहे हैं। इन पर चर्चा के लिए जुड़े Tata Asset Management के CIO-Equities राहुल सिंह। राहुल जी इन्वेस्टिंग की दुनिया में 27 वर्षों का अनुभव रखते हैं। आइये उनसे जानते हैं कि मौजूदा बाजार में क्या रणनीति रखें।
राहुल ने कहा कि अगर मिड और स्मॉल कैप के वैल्यूएशन की बात करें तो ये इतने करेक्शन के बावजूद ये अभी भी लार्जकैप की तुलना में 50-60 फीसदी महंगे हैं। हालांकि अपने पीक की तुलना में स्मॉल कैप के प्रीमियम में काफी कमी आई है। इसके अलावा हमें स्मॉल कैप में काफी विकल्प भी मिल जाते हैं। स्मॉल कैप में वैल्यूएशन ज्यादा जल्दी से करेक्ट हुए हैं और ज्यादा जल्दी से रीजनेबल भी हो रहे हैं। लेकिन ये भी सही है कि जोरदार तेजी के बाद अब मिड और स्मॉल कैप में सुस्ती का दौर है। ऐसे में हमें मिड और स्मॉल कैप फंडों की तुलना में लार्जकैप, फ्लेक्सी कैप और फोकस फंडों को ज्यादा महत्व मिलते दिख रहा है। इसके अलावा अब बैंकिंग और फॉर्मा शेयरों का अच्छा समय नजर आ रहा है। इस समय किसी को अपने पोर्टफोलियो में स्मॉल कैप में 15-20 फीसदी से ज्यादा निवेश नहीं रखना चाहिए। लार्ज कैप और फ्लेक्सी कैप में निवेश कायम रखें।
राहुल ने आगे कहा कि अब बाजार में हमें स्टॉक स्पेसिक एक्शन देखने को मिलेंगे। अंधाधुंध तेजी का समय गया। ये फेज काफी लंबा यानी 12-18 महीने तक चल सकता है। इस दौर में हो सकता है कि आपको इंडेक्स लेबल पर ज्यादा रिटर्न न दिखे लेकिन चुनिंदा क्वालिटी शेयरों में तेजी देखने को मिलेगी। ऐसे में आपको लॉर्ज, मिड और स्मॉल कैप सभी में अल्फा रिटर्न देने वाले शेयर खोजने होंगे।
राहुल ने निवेश के लिए अपनी पसंद बताते हुए कहा की उनको बैंक और बड़े एनबीएफसी शेयर ज्यादा पसंद है। बैंकों में भी उनको प्राइवेट सेक्टर बैंक ज्यादा बेहतर दिख रहे हैं। लेकिन सरकारी बैंक भी अच्छे लग रहे हैं। सरकारी बैंकों का वैल्यूएशन भी काफी अच्छा हो गया है। बैंकों में डिपॉजिट और क्रेडिट ग्रोथ में सुस्ती जैसे कुछ मुद्दे थे जो परेशान कर रहे थे। इसके अलावा इन पर रेट कट का भी ओवरहैंग बना हुआ था। एक-एक करके ये सारी चिंताएं खत्म हो रही हैं। RBI ने नकदी के मोर्चे पर बैंकों को राहत दी है। इस समय बैंकों के वैल्यूशन काफी अच्छे हैं। साथ ही इनके फंडामेंटल्स में सुधार आ रहा है। ऐसे में निवेश के नजरिए से बैंकिंग सेक्टर काफी अच्छा लग रहा है।
रेट सेंसिटिव शेयरों में राहुल को ऑटो सेक्टर में टू-व्हीलर स्टॉक काफी अच्छे लग रहे हैं। इसके बाद कमर्शियल व्हीकल और दूसरे फोर व्हीलर शेयर भी उनको अच्छे लग रहे हैं। इसके अलावा रियल इस्टेट में भी रेट कट का असर देखने को मिलेगा।
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