Stock market : भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर बनी उम्मीद, विदेशी निवेश जारी रहने तथा आईटी शेयरों में मजबूत खरीदारी के दम पर इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स गुरुवार को करीब 1 फीसदी की बढ़त के साथ नई ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। दोपहर 12:00 बजे के आसपा सेंसेक्स 772.75 अंक या 0.92 फीसदी बढ़कर 85,199.09 पर और निफ्टी 50 217.45 अंक या 0.84 फीसदी बढ़कर 26,084.60 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी ऑयल एंड गैस को छोड़कर, अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी आईटी, निफ्टी प्राइवेट बैंक, निफ्टी एफएमसीजी, निफ्टी मेटल्स, निफ्टी ऑटो और निफ्टी फार्मा में जोरदार तेजी है।
बैंक निफ्टी के लिए खुल सकता है 60,000 का रास्ता
ऐसे में बाजार की आगे की चाल पर बात करते हुए चार्टएनालिटिक्स की फाउंडर और सीएमटी, टेक्निकल एनालिस्ट, फोरम छेड़ा ने कहा कि बैंक निफ्टी, निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। इसने हाल ही में 58,000 के पास एक माइनर इनवर्स हेड एंड शोल्डर पैटर्न के टारगेट को हासिल कर लिया है और 58,261 के रिकॉर्ड को छू लिया है। ऐसे में 57,300-57,400 जोन की ओर एक शॉर्ट टर्म वापसी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। वहीं, इस रेंज से ऊपर बने रहने से बैंक निफ्टी के लिए 60,000 की ओर का रास्ता खुल सकता है।
डिफेंस इंडेक्स में कंसोलीडेशन जारी रहने की उम्मीद
निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स ने एक करेक्टिल डिक्लाइन के पहले जून में 9,159 के पास डबल टॉप बनाया था। करेक्टिल डिक्लाइन के फेज में इसको 7,368 रुपये के आसपास सपोर्ट मिला था। उसके बाद से इंडेक्स में अच्छी तेजी आई है और अब यह उस गिरावट के 50 फीसदी फिबोनाची रिट्रेसमेंट के पास कंसोलीडेट हो रहा है। आरएसआई के न्यूट्रल रहने के साथ, 8455 रुपये से ऊपर की चाल नई तेजी की पुष्टि करेगी और इंडेक्स को 9,159 रुपये के पास के पिछले शिखर पर वापस ला सकती है। तब तक इसमें कंसोलीडेशन जारी रह सकता है।
मेटल में गिरावट पर खरीदारी की रणनीति करेगी काम
निफ्टी मेटल इंडेक्स ने हाल ही में 10,100 के अहम रेजिस्टेंस जोन को पार कर लिया है। इससे एक स्ट्रक्चरल ब्रेकआउट की पुष्टि हुई है। हालांकि तब से इंडेक्स में हल्की गिरावट देखने को मिली है। फिर भी यह ब्रेकआउट स्तर से ऊपर बना हुआ है, जो तेजी के रुझान को मजबूत करता है। आगे की किसी भी गिरावट को गिरावट पर खरीदारी के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। अगले चरण के शुरू होने पर मेटल में तेजी के एक नए दौर की संभावना है।
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि आगे चलकर मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर, लार्जकैप से बेहतर प्रदर्शन करेंगे। क्या आप इस बात से सहमत हैं? इसके जवाब में फोरम छेड़ा ने कहा कि हालांकि अब तक लार्जकैप इंडेक्स बाजार की तेजी को लीड कर रहे हैं, लेकिन तकनीकी नजरिए से मिडकैप इंडेक्स अब बेहतर स्थिति में दिखाई दे रहा हैं। यह अपने लंबे समय से चले आ रहे कंसोलीडेशन के फेज से बाहर निकलने की ओर बढ़ रहा है, जिससे आने वाले सत्रों में में इसमें अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन देखने को मिल सकता है।
इसके विपरीत,स्मॉलकैप शेयरों में व्यापक भागीदारी के बजाय चुनिंदा, स्टॉक स्पेसिफिक एक्शन जारी रह सकता है। निकट भविष्य में मिडकैप शेयर तेजी की बागडोर संभाल सकते हैं। जबकि स्मॉलकैप शेयरों में स्टॉक स्पेसिफक रणनीति काम करती नजर आएगी।
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