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Market outlook : अब खत्म होने को है बाजार का बुरा वक्त, लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अच्छा मौका - महेश पाटिल

Stock market : महेश पाटिल के पास फंड और इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट में 30 साल से ज्यादा का अनुभव है। ये 3 लाख करोड़ से ज्यादा का एसेट मैनेज करते हैं। इनका कहना है कि ग्लोबल टैरिफ वॉर से भारत को फायदा होगा। भारत का US को बहुत एक्सपोर्ट नहीं होता। बाजार का बुरा वक्त अब खत्म होने को है

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 25, 2025 पर 12:24 PM
Market outlook : अब खत्म होने को है बाजार का बुरा वक्त, लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अच्छा मौका - महेश पाटिल
महेश पाटिल की राय है कि इस समय लार्ज कैप और फ्लेक्सी फंड पसंद आ रहे हैं। BFSI, डिजिटल और कंज्यूमर स्पेस में मौके दिख रहे हैं। 2025 में 8-9 फीसदी रिटर्न मिलने की उम्मीद है

लगातार 5 दिनों की गिरावट के बाद बाजार संभलने की कोशिश में है। निफ्टी करीब 30 अंक चढ़कर 22600 के करीब दिख रहा है। बैंक निफ्टी सपाट कारोबार कर रहा है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी है। आज चुनिंदा ऑटो, NBFC और टेलीकॉम शेयरों में खरीदारी देखने को मिल रही है। M&M और अशोक लेलैंड 1.5 से 3 फीसदी ऊपर हैं। वहीं बजाज फिनसर्व और बजाज फाइनेंस में भी 1.5 से 2 फीसदी की मजबूती है। इस बीच गोल्डमैन सैक्स की खरीदारी की राय से भारती एयरटेल 2 फीसदी चढ़ा है। इस माहौल में बाजार की आगे की दशा और दिशा पर बात करते हुए आदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC के महेश पाटिल ने कहा कि अगले 3 साल के नजरिए से निवेश का ये अच्छा मौका है। करेक्शन के इस माहौल में सावधानी बरतनी जरूरी है। लंबी अवधि के लिए निवेशकों को अच्छा मौका है।

महेश पाटिल के पास फंड और इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट में 30 साल से ज्यादा का अनुभव है। ये 3 लाख करोड़ से ज्यादा का एसेट मैनेज करते हैं। महेश इन्वेस्टमेंट टीम को लीड करते हैं। ये 2005 से Aditya Birla Sun Life AMC से जुड़े हुए हैं। इनको Parag Parikh Financial और MOSL के साथ भी काम करने का अनुभव है।

अब खत्म होने को है बाजार का बुरा वक्त

महेश पाटिल का कहना है कि मजबूत डॉलर से इमर्जिंग बाजारों में बिकवाली आई है। भारत के साथ साथ सभी इमर्जिंग मार्केट में बिकवाली आई है। उनका मानना है कि ग्लोबल टैरिफ वॉर से भारत को फायदा होगा। भारत का US को बहुत एक्सपोर्ट नहीं होता। बाजार का बुरा वक्त अब खत्म होने को है। अर्निंग ग्रोथ डाउनग्रेड से बाजार आगे बढ़ेगा। रुपए में स्टेबिलिटी से कैलेंडर ईयर 2026 की अर्निंग ग्रोथ पर पॉजिटिव असर होगा। निफ्टी का 1 साल का फॉरवर्ड P/E 10 साल के औसत पर है। मिडकैप और स्मॉलकैप अब भी अपने एवरेज से 30 फीसदी ऊपर हैं। निफ्टी का ROE 15.8 फीसदी पर और 10 साल का औसत 13 फीसदी पर है।

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