
Stock market : 28 नवंबर को भारतीय इक्विटी इंडेक्स फ्लैट नोट पर बंद हुए और निफ्टी 26,200 के आसपास कारोबार करता दिखा है। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 13.71 अंक या 0.02 फीसदी गिरकर 85,706.67 पर और निफ्टी 12.60 अंक या 0.05 फीसदी गिरकर 26,202.95 पर बंद हुआ है। आज लगभग 1945 शेयर बढ़े, 2023 शेयर गिरे, और 152 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुआ है। BSE मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स फ्लैट नोट पर बंद हुए।
सेक्टर के हिसाब से देखें तो फार्मा, मीडिया और ऑटो 0.5-1 फीसदी बढ़े हैं। जबकि पावर, ऑयल एंड गैस, टेलीकॉम हर एक में 0.5-1 फीसदी की गिरावट आई है। निफ्टी पर अडानी एंटरप्राइजेज, M&M, अडानी पोर्ट्स, सन फार्मा, HUL टॉप गेनर्स में रहे।, जबकि SBI लाइफ इंश्योरेंस, श्रीराम फाइनेंस, HDFC लाइफ, पावर ग्रिड कॉर्प और भारती एयरटेल निफ्टी के टॉप लूजर्स में शामिल रहे।
1 दिसंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
LKP सिक्योरिटीज में टेक्निकल एनालिस्ट वत्सल भुवा का कहना है कि निफ्टी ने वीकली चार्ट पर एक छोटी कैंडलस्टिक बनाते हुए हफ़्ता खत्म किया, जो ऊपरी लेवल पर निवेशकों की झिझक दिखाता है। आवरली चार्ट पर, RSI निचले टॉप के साथ एक बेयरिश क्रॉसओवर में चला गया है, जिससे पता चलता है कि बुल्स इन लेवल पर थोड़ी राहत की सांस ले सकते हैं। हालांकि, 26100 और 26000 पर सपोर्ट अभी भी दिख रहा है, जबकि 26300 पर रेजिस्टेंस है।
टेक्निकल सेटअप से पता चलता है कि इंडेक्स एक रेंज में ट्रेड कर सकता है, जिसमें तत्काल सपोर्ट 26100 पर और रेजिस्टेंस 26300–26350 के लेवल के आसपास होगा। 26300 के लेवल से ऊपर बंद होने पर 26600 के लेवल का दरवाज़ा खुल जाएगा।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज़ के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा कि गुरुवार को निफ्टी की गिरावट 26,165 के लेवल के पास रुक गई। इससे निफ्टी में फिर से तेजी आने का संभावना बनी है। उन्होंने आगे कहा कि, हालांकि, 26,460–26,550 की ओर बढ़ने के लिए मोमेंटम की कमी है। ऐसे में निफ्टी 26,225 के आसपास ऊपर-नीचे करता दिख सकता है। 26,098–26,032 तक फिसलने पर बुल्स फिर से वापसी कर सकते हैं। जबकि इस ज़ोन से नीचे गिरने पर गिरावट 25860 तक बढ़ सकती है।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि हाल की तेज़ी के बाद ब्रॉडर मार्केट में सेलेक्टिव प्रॉफ़िट बुकिंग देखने को मिली। इसके बावजूद, इंडियन इक्विटीज़ में मज़बूति बनी रही। इंडिया-US ट्रेड बातचीत में प्रोग्रेस से सेंटिमेंट को सपोर्ट मिल रहा है। जबकि लार्ज-कैप शेयरों, ऑटो, फ़ाइनेंशियल्स और फ़ार्मा के मज़बूत परफ़ॉर्मेंस ने पॉज़िटिव मोमेंटम बनाए रखने में मदद की। टेक शयरों की रैली और फ़ेड रेट कट की बढ़ती उम्मीदों के चलते ग्लोबल संकेत अच्छे हैं। इससे इन्वेस्टर्स का भरोसा और मज़बूत हुआ है। दूसरी तिमाही के GDP और IIP डेटा जल्द ही आने वाले हैं, इसलिए ओवरऑल आउटलुक अच्छा बना हुआ है।
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