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Commodity Roundup: 40% की दर से बढ़ रहा एग्री वेयरहाउसिंग का बाजार,सरकार को एग्री के लिए बनानी चाहिए बड़ी पॉलिसी

संदीप सभरवाल ने कहा कि देश में इस साल खाद्यान के अच्छे उत्पादन की उम्मीद है। वेयरहाउसिंग सेक्टर में काफी बदलाव रहा है । देश में फसल की पैदावार बढ़ रही है और उसी हिसाब से वेयरहाउस भी बढ़ रहा है। देश में एग्री वेयरहाउसिंग का बाजार 40% की दर से बढ़ रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 28, 2025 पर 5:21 PM
Commodity Roundup: 40% की दर से बढ़ रहा एग्री वेयरहाउसिंग का बाजार,सरकार को एग्री के लिए बनानी चाहिए बड़ी पॉलिसी
वेयरहाउसिंग में PPP मॉडल के तहत सरकार जमीन और पॉलिसी संबंधी मदद देती है। प्राइवेट कंपनियां नई तकनीक, मैनेजमेंट लाती हैं।

Commodity Roundup: वेयरहाउसिंग खेती का एक जरूरी हिस्सा है। खेत से बाजार तक का सफर लंबा होने के कारण और फसलों के रखरखाव के लिए वेयरहाउसिंग की जरुरत होती है । अगर किसान फसल संभालकर न रखें तो वो खराब हो जाएगी और किसानों को उनके फसलों के उचित दाम नहीं मिलेगी।

लेकिन क्या आप जानते है कि सिर्फ वेयरहाउस बना देने से काम नहीं चलता बल्कि उसमें साफ-सफाई और तापमान मैनेजमेंट जरूरी है। फसल खराब ना हो उसके लिए नमी, सही ग्रेडिंग जैसी चीजें भी जरूरी होती है। मैनेजमेंट अच्छा तो फसल की बर्बादी कम होती है और फसल की क्वालिटी खराब नहीं होती। इससे किसान को ज्यादा दाम मिलने में मददगार होती है। वेयरहाउस देश का सप्लाई चेन भी मज़बूत होता है।

वेयरहाउसिंग में इनोवेशन आ रहे है। क्लाइमेट-कंट्रोल्ड होन से तापमान, नमी से सुरक्षा होती है। IoT सेंसर के जरिए रियल-टाइम हालात देखना संभव है। रियल-टाइम डेटा मोबाइल पर देखना संभव है। मॉर्डर्न साइलो में लॉन्ग-टर्म स्टोरेज की क्षमता मिलती है। मैकेनाइज्ड हैंडलिंग से कम टूट-फूट, तेज लोडिंग/अनलोडिंग होता है

वेयरहाउसिंग में PPP मॉडल के तहत सरकार जमीन और पॉलिसी संबंधी मदद देती है। प्राइवेट कंपनियां नई तकनीक, मैनेजमेंट लाती हैं। गांवों में बड़े, मॉडर्न, सस्ते वेयरहाउस बन जाते हैं। PPP मॉडल से लॉजिस्टिक्स को सपोर्ट मिलता है। कोल्ड-चेन, प्रोसेसिंग यूनिट का भी विस्तार होता है। किसान को एक ही जगह कई सुविधाएं मिलती हैं। स्टोरेज, ग्रेडिंग, क्वालिटी चेक, फाइनेंस की सुविधा मिलती है ।

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