Market trend : भारतीय इक्विटी इंडेक्स 17 दिसंबर को लगातार तीसरे सेशन में नेगेटिव नोट पर बंद हुए। निफ्टी आज 25,900 से नीचे बंद हुआ है। रुपये की कमज़ोरी, विदेशी पूंजी की निकासी और भारत-अमेरिका ट्रेड डील में देरी को लेकर बनी चिंताएं बाजार पर हावी रहीं। सेंसेक्स 120 अंक या 0.14 फीसदी की गिरावट के साथ 84,559.65 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 42 अंक या 0.16 फीसदी गिरकर 25,818.55 पर बंद हुआ। मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में गिरावट ज़्यादा रही। BSE मिडकैप इंडेक्स 0.53 फीसदी नीचे बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 0.85 फीसदी गिरा।
श्रीराम फाइनेंस, SBI, आइशर मोटर्स, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, विप्रो निफ्टी पर टॉप गेनरों में शामिल रहे। जबकि लूजर में मैक्स हेल्थकेयर, SBI लाइफ इंश्योरेंस, HDFC लाइफ, ट्रेंट, अपोलो हॉस्पिटल्स शामिल रहे। BSE मिडकैप इंडेक्स 0.5 फीसदी गिरा, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.7 फीसदी की गिरावट आई।
सेक्टरों में, PSU बैंक इंडेक्स में 1.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि मीडिया इंडेक्स में 1.5 फीसदी की गिरावट आई, जबकि प्राइवेट बैंक, रियल्टी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, FMCG, हेल्थकेयर में प्रत्येक में 0.5 फीसदी की गिरावट आई।
चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट आकाश शाह का कहना है कि निफ्टी हाल के सेशन में हाई लेवल्स पर टिके रहने में नाकाम रहा है। इसके चलते इंडेक्स पर दबाव बना हुआ है। शॉर्ट-टर्म ट्रेंड साइडवेज़ से नेगेटिव बना हुआ है क्योंकि इंडेक्स अहम शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा है। इसके लिए तत्काल सपोर्ट 25,700 के आसपास है। इस लेवल से नीचे ब्रेकडाउन होने पर 25,600–25,550 की ओर गिरावट बढ़ सकती है। ऊपर की तरफ, रेजिस्टेंस 26,000–26,050 पर दिख रहा है, जो एक बड़ी बाधा है। सेंटीमेंट को स्थिर करने और शॉर्ट-टर्म बुलिश मोमेंटम को फिर से शुरू करने के लिए इस ज़ोन से ऊपर की मजबूत क्लोजिंग ज़रूरी है। जब तक ऐसा नहीं होता तब तक, इंडेक्स के सावधानी भरे रुख के साथ रेंज-बाउंड रहने की संभावना है।
वेव्स स्ट्रैटेजी एडवाइजर्स के फाउंडर और CEO आशीष क्याल का कहना है कि इस महीने की शुरुआत में 26,325 के पास नया हाई बनाने के बाद, निफ्टी नीचे की ओर ट्रेंड करने लगा है और लगातार दो-तीन सेशन से ज़्यादा समय तक ऊपरी लेवल्स पर टिकने में नाकाम रहा है। पिछले कुछ सेशन से डेली चार्ट पर इंडेक्स मिड-बोलिंगर बैंड के पास ट्रेड कर रहा है। उन्होंने आगे कहा निफ्टी ऊपरी स्तरों संघर्ष कर रहा है। अगर यह 25,830 से नीचे जाता है तो 25,760–25,728 की ओर दबाव बढ़ सकता है। जब तक यह 26,060 के पास स्थित अहम रेजिस्टेंस लेवल को फिर से हासिल नहीं कर लेता, दबाव कायम रहेगा।
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