Market Outlook : 9 अक्टूबर को बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ है। सभी सेक्टरों में आई बिकवाली के बीच निफ्टी 19500 के करीब बंद हुआ है। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 483.24 अंक या 0.73 फीसदी गिरकर 65512.39 पर और निफ्टी 141.20 अंक या 0.72 फीसदी गिरकर 19512.30 पर बंद हुआ है। लगभग 970 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए हैं। जबकि 2699 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए हैं। वहीं, 129 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों में अडानी पोर्ट्स, हीरो मोटोकॉर्प, बीपीसीएल, एचडीएफसी लाइफ और एमएंडएम शामिल हैं, जबकि बढ़ने वाले शेयरों में एचसीएल टेक्नोलॉजीज, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज, टीसीएस, टाटा कंज्यूमर और एचयूएल शामिल हैं।
सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं। पॉवर, तेल-गैस, ऑटो, पीएसयू बैंक, मेटल, रियल्टी और कैपिटल गुड्स 1-3 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए हैं। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1.2 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.7 फीसदी की गिरावट के साथ ब्रॉडर इंडेक्स ने बेंचमार्क इंडेक्सों से कमजोर प्रदर्शन किया है।
10 अक्टूबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि ग्लोबल जियोपोलिटिकल तनाव ने दुनिया भर में मार्केट सेंटीमेंट पर निगेटिव असर डाला है और भारतीय बाजार भी इससे अछूते नहीं हैं। आज हफ्ते की शुरुआत गिरावट के साथ हुई थी। दिन के दौरान रिकवरी का प्रयास देखने को मिला। लेकिन मंदड़ियों ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली और इंडेक्स नीचे फिसल गया। कारोबारी सत्र के अंत में निफ्टी 141.15 अंकों की गिरावट के साथ 19512.35 पर बंद हुआ। सभी सेक्टर लाल निशान में बंद हुए। पीएसयू बैंकों और मीडिया का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। एक बियरिश कैंडल बनाते हुए निफ्टी अपने कंसोलीडेशन जोन में वापस आ गया है। अब ऊपर की तरफ इसके लिए 19600 पर स्थित 50DMA पर रजिस्टेंस दिख रहा है। जबकि 19450 पर तत्काल सपोर्ट दिख रहा है।
कोटक सिक्योरिटीज को श्रीकांत चौहान का कहना है कि इज़राइल और हमास के बीच टकराव बढ़ने के साथ ही निवेशकों ने ज्यादा जोखिम वाले इक्विटी निवेश से निकलकर गोल्ड और बॉन्ड जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की तरफ रुख कर लिया है। पहले से ही बढ़ती महंगाई और ऊंची ब्याज दरों की चुनौतियों से जूझ रहे बाजार पर इज़राइल और हमास की लड़ाई नई आफत लेकर आई है। चूंकि अधिकांश तेल उत्पादक देश इस युद्ध क्षेत्र के करीब हैं। ऐसे में लंबे समय तक युद्ध चलने से अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आ सकता है। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते भविष्य में तेल आयात बिल और घरेलू महंगाई में बढ़त देखने को मिलेगी। इसके चलते केंद्रीय बैंक कठोर रुख अपनाने के लिए मजबूर हो सकते हैं।
इस अनिश्चितता भरे माहौल में निवेशक सोने और डॉलर एसेट्स को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके चलते इक्विटी बाजारों में भारी गिरावट आई है। तकनीकी नजरिए से देखें तो आज एक गैप डाउन ओपनिंग के बाद निफ्टी 50-डे एसएमए (सिंपल मूविंग एवरेज) या 19605 के स्तर से नीचे कारोबार करता दिखा। अब ये निफ्टी के लिए तत्काल रजिस्टेंस बन गया है। ये बाधा पार कर लेने पर निफ्टी 19700-19725 के स्तर तक जा सकता है। जबकि 19480 पर पहला सपोर्ट है। ये सपोर्ट टूटने पर निफ्टी 19400-19390 के स्तर तक गिर सकता है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।