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Market outlook : बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 16 जनवरी को कैसी रह सकती है इसकी चाल

हालांकि बाजार में अल्पकालिक राहत देखने को मिली है। लेकिन कुल मिलाकर कमजोर ग्लोबल संकेत, रुपये में गिरावट,कंपनियों के नतीजों में सुस्ती और एफआईआई की निकासी से बाजार का सेंटीमेंट प्रभावित हो रहा है। बाजार जानकारों का यह भी कहना है कि तीसरी तिमाही के नतीजों के दौरान बाजार में कई स्टॉक-स्पेसिफिक गतिविधियां देखने को मिलेंगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 15, 2025 पर 3:59 PM
Market outlook : बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 16 जनवरी को कैसी रह सकती है इसकी चाल
चॉइस ब्रोकिंग के डेरिवेटिव एनालिस्ट हार्दिक मटालिया ने कहा कि निफ्टी को 23,100 पर सपोर्ट मिल सकता है, उसके बाद 23,000 और 22,800 पर अगले बड़े सपोर्ट होंगे

Stock Market : 15 जनवरी को भारतीय इक्विटी इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए और निफ्टी 23,200 से ऊपर पहुंच गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 224.45 अंक या 0.29 फीसदी बढ़कर 76,724.08 पर और निफ्टी 37.15 अंक या 0.16 फीसदी बढ़कर 23,213.20 पर बंद हुआ। आज लगभग 2057 शेयरों में तेजी आई, 1733 शेयरों में गिरावट आई और 104 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। सेक्टोरल फ्रंट पर नजर डालें तो ऑटो,मीडिया और फार्मा में 0.5-1 फीसदी की गिरावट आई। जबकि आईटी,रियल्टी और पावर में 0.5-1 फीसदी की तेजी आई। एक्सिस बैंक,एमएंडएम,बजाज फिनसर्व,श्रीराम फाइनेंस,बजाज फाइनेंस निफ्टी के टॉप लूजरों में से रहे। जबकि ट्रेंट,पावर ग्रिड कॉर्प,एनटीपीसी,कोटक महिंद्रा बैंक,मारुति सुजुकी में बढ़त दर्ज की गई। बीएसई मिडकैप इंडेक्स सपाट रहा, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि हालांकि बाजार में अल्पकालिक राहत देखने को मिली है। लेकिन कुल मिलाकर कमजोर ग्लोबल संकेत, रुपये में गिरावट,कंपनियों के नतीजों में सुस्ती और एफआईआई की निकासी से बाजार का सेंटीमेंट प्रभावित हो रहा है। इससे बाजार में सतर्कता का माहौल बना हुआ है।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा ने कहा कि यह उछाल मुख्य रूप से ओवरसोल्ड स्थितियों के कारण आया है। बाजार के ओवरसोल्ड होने पर अक्सर ऐसी रिकवरी आती। हालांकि,ट्रेडरों को बीच-बीच में आने वाले इस तरह के उछाल को विशेष रूप से मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में अपने पोजीशन को हल्का करने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।

बाजार जानकारों का यह भी कहना है कि तीसरी तिमाही के नतीजों के दौरान बाजार में कई स्टॉक-स्पेसिफिक गतिविधियां देखने को मिलेंगी। बाजार उम्मीद से बेहतर नतीजे देने वालों को पुरस्कृत कर रहा है और उम्मीद से खराब नतीजे देने वालों को दंडित कर रहा है।

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