Get App

Market outlook : सेंसेक्स-निफ्टी बढ़त के साथ हुए बंद, जानिए 27 मई को कैसी रह सकती है इनकी चाल

Market trend : तकनीकी चार्ट बताते हैं कि निफ्टी के लिए 25,000 और सेंसेक्स पर 82,300 पर अहम रेजिस्टेंस है। कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान ने कहा कि इनसे ऊपर का ब्रेकआउट निफ्टी को 25,150-25,500 की ओर और सेंसेक्स को 82,700-83,600 की ओर ले जा सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड May 26, 2025 पर 4:32 PM
Market outlook : सेंसेक्स-निफ्टी बढ़त के साथ हुए बंद, जानिए 27 मई को कैसी रह सकती है इनकी चाल
Market cues : सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयरों में तेजी देखने को मिली। निफ्टी बैंक के 12 में से 8 शेयरों में तेजी देखने को मिली। रुपया आज 21 पैसे मजबूत होकर 85.09 रुपए प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ है

Stock Market : अनुमान से पहले मॉनसून आने से बाजार में आज खुशी देखने को मिली। सेंसेक्स-निफ्टी बढ़त के साथ बंद हुए हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी देखने को मिली है। आज ऑटो, IT और FMCG शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। मेटल, रियल्टी और एनर्जी इंडेक्स भी बढ़त पर बंद हुए हैं। निफ्टी 148 अंक चढ़कर 25,001 पर बंद हुआ है। सेंसेक्स 455 अंक चढ़कर 82,176 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 174 प्वाइंट चढ़कर 55,572 पर बंद मिडकैप 380 अंक चढ़कर 57,067 पर बंद हुआ है। आज निफ्टी के 50 में से 38 शेयरों में तेजी रही। सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयरों में तेजी देखने को मिली। निफ्टी बैंक के 12 में से 8 शेयरों में तेजी देखने को मिली। रुपया आज 21 पैसे मजबूत होकर 85.09 रुपए प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ है।

तकनीकी चार्ट बताते हैं कि निफ्टी के लिए 25,000 और सेंसेक्स पर 82,300 पर अहम रेजिस्टेंस है। कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान ने कहा कि इनसे ऊपर का ब्रेकआउट निफ्टी को 25,150-25,500 की ओर और सेंसेक्स को 82,700-83,600 की ओर ले जा सकता है। नीचे की ओर निफ्टी के लिए 24,600 पर और सेंसेक्स के लिए 80,900 पर पहला सपोर्ट नजर आ रहा है। इसके बाद निफ्टी के लिए 24,450 पर और सेंसेक्स के लिए 80,500 पर अगला बड़ा सपोर्ट है।

Monsoon arrival : मॉनसून के जल्दी आने से शेयर बाजार में कहीं खुशी कहीं गम!

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वी के विजयकुमार ने कहा कि भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ और आरबीआई के बजट अनुमानों से अधिक डिविडेंट के एलान से वित्त वर्ष 2026 में राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को 4.4 फीसदी पर बनाए रखने में मदद मिलेगी। इससे मैक्रो स्थितियां मजबूत होती नजर आएंगी। घटती महंगाई और घटती ब्याज दरों से भी इक्विटी बाजार को सपोर्ट मिलेगा। हालांकि,उन्होंने चेतावनी देते हुए ये भी कहा कि कोई भू-राजनीतिक तनाव और टैरिफ से जुड़ा कोई जोखिम अचानक बाजार में वोलैटिलिटी को बढ़ा सकता है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें