Adani Group Stocks: अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का असर (Hindenburg Research Impact) थमता नहीं दिख रहा है। अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों के शेयरों में आज भी बिकवाली का दबाव दिख रहा है अधिकतर लोअर सर्किट पर फिसल गए हैं। अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पॉवर, अडानी विल्मर और एनडीटीवी ने लोअर सर्किट छू लिया। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों पर दबाव और बढ़ा। सूत्रों के हवाले से इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सिटीग्रुप (Citigroup) की वेल्थ इकाई ने अडानी ग्रुप के सिक्योरिटीज की वैल्यू को जीरो कर दिया है। इसका मतलब इन सिक्टोरिटीज की गारंटी पर कोई कर्ज नहीं मिलेगा। इसके एक दिन पहले स्विस लेंडर क्रेडिट स्वीस की प्राइवेट बैंकिंग इकाई ने भी ऐसा फैसला लिया यानी अडानी ग्रुप के सिक्योरिटीज की वैल्यू जीरो कर दी।
Adani Enterprises FPO को वापस लेने पर भी बना दबाव
अडानी एंटरप्राइजेज ने फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) लाया था जो पूरा भर भी गया था। हालांकि आश्चर्यजनक रूप से कंपनी ने 20 हजार करोड़ रुपये के इस एफपीओ को वापस ले लिया। इसके चलते शेयरों पर दबाव और बढ़ा। अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ का प्राइस बैंड 3112-3276 रुपये फिक्स्ड था लेकिन अभी इसके शेयर 1750 रुपये के भी नीचे हैं।
क्यों लिया कंपनी ने FPO वापस
अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ को वापस लेने पर 1 फरवरी को अडानी ग्रुप के चैयरमेन गौतम अडानी (Gautam Adani) ने इसे निवेशकों के हित में लिया गया फैसला कहा। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनियों के शेयरों में इस समय भारी उतार-चढ़ाव है तो ऐसे माहौल में कंपनी के बोर्ड ने महसूस किया कि एफपीओ को जारी रखना नैतिक रूप से सही नहीं होगा। अडानी ने कहा कि सबसे ऊपर निवेशकों का हित है और ऐसे में उन्हें कोई नुकसान न हो, इसके लिए एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया गया है।