ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि संकटग्रस्त टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (VIL) के शेयरों में गिरावट का जोखिम सीमित है। लेकिन कंपनी के टिकाऊ रिवाइवल के लिए कई फैक्टर्स का सही होना जरूरी है। मोतीलाल ओसवाल ने वोडाफोन आइडिया के शेयर के लिए "न्यूट्रल" रेटिंग बरकरार रखी है। टारगेट प्राइस को ₹10 से घटाकर ₹9.5 प्रति शेयर कर दिया है। ब्रोकरेज ने कहा कि वोडाफोन आइडिया का पूंजीगत व्यय वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में और कम हुआ है। इंटर्नल सोर्सेज के आधार पर पूरे साल के लिए ₹8,000 करोड़ के पूंजीगत खर्च की उम्मीद है।
मोतीलाल ओसवाल ने कहा, "हालांकि, अगले 3 सालों में ₹50,000 करोड़ से ₹55,000 करोड़ के पूंजीगत व्यय के अपने पूर्व निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए वोडाफोन आइडिया के लिए एक्सटर्नल फंडिंग जुटाना महत्वपूर्ण बना हुआ है।" वोडाफोन आइडिया की बाजार हिस्सेदारी में जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही के दौरान भी कमी आई।
AGR बकाए पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पॉजिटिव
एजीआर (Adjusted Gross Revenue) बकाए पर सुप्रीम कोर्ट का हालिया फैसला वोडाफोन आइडिया के लिए पॉजिटिव है और इससे उसे लंबे समय से पेंडिंग डेट फंड जुटाने में मदद मिल सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने 27 अक्टूबर को केंद्र सरकार को वोडाफोन आइडिया के एजीआर बकाए पर फिर से विचार करने को कहा था। फिर 30 अक्टूबर को कोर्ट के लिखित आदेश में सामने आया कि विशिष्ट तथ्यों और परिस्थितियों के चलते यह आदेश सिर्फ वोडा आइडिया से जुड़ा है और याचिका सिर्फ ₹9,450 करोड़ की अतिरिक्त एजीआर मांग तक ही सीमित है।
मोतीलाल ओसवाल ने अपने नोट में लिखा है कि टैरिफ में बढ़ोतरी और कस्टमर एक्वीजीशंस में कॉम्पिटीशन बढ़ने में कमी भी कंपनी का रिवाइवल सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण होगी। ब्रोकरेज ने मुख्य रूप से कॉस्ट एफिशिएंसी के बेसिस पर, वोडाफोन आइडिया के EBITDA के लिए वित्त वर्ष 2026-2028 के प्री-INDAS अनुमानों को 2% बढ़ाकर 6% कर दिया है। लॉन्ग टर्म अस्तित्व सुनिश्चित करने के लिए सरकार के सपोर्ट को देखते हुए निगेटिव जोखिम सीमित है।
सितंबर तिमाही में मुनाफा 5524 करोड़
वोडाफोन आइडिया का सितंबर 2025 तिमाही में कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर कम होकर 5,524 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले इसी अवधि में घाटा 7,175.9 करोड़ रुपये रहा था। ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 2.4 प्रतिशत बढ़कर 11,195 करोड़ रुपये हो गया, जो सितंबर 2024 तिमाही में 10,932.2 करोड़ रुपये था। एआरपीयू (एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर) 8.7 प्रतिशत बढ़कर 180 रुपये हो गया।सितंबर, 2025 के अंत तक कंपनी का कुल कर्ज 2,02,951 करोड़ रुपये था। सरकार के पास वोडाफोन आइडिया में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
वोडाफोन आइडिया का मार्केट कैप 1.10 लाख करोड़ रुपये है। शेयर की कीमत BSE पर 11 नवंबर को 10.24 रुपये पर बंद हुई थी। 12 नवंबर को शेयर में तेजी है। शेयर एक साल में 32 प्रतिशत चढ़ा है। 3 महीनों में इसने 57 प्रतिशत की तेजी देखी है। शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है।
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